नई दिल्ली, 18 अगस्त 2024: रविवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने दिल्ली पहुंचकर भाजपा में शामिल होने की अटकलों को और हवा दी। सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक विस्तृत लेख में सोरेन ने कहा कि झारखंड का मुख्यमंत्री रहते हुए उनका अपमान किया गया था। उन्होंने लिखा, “झारखंड का बच्चा-बच्चा जनता है कि अपने कार्यकाल के दौरान मैंने कभी भी, किसी के साथ गलत नहीं किया।”
पार्टी नेतृत्व द्वारा अपमान का आरोप
सोरेन ने बताया कि हूल दिवस के अगले दिन उनके सभी कार्यक्रमों को पार्टी नेतृत्व द्वारा स्थगित करवा दिया गया था। इसमें एक सार्वजनिक कार्यक्रम दुमका में और दूसरा पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण का था। उन्हें बताया गया कि गठबंधन द्वारा तीन जुलाई को विधायक दल की एक बैठक बुलाई गई है, तब तक वह किसी कार्यक्रम में नहीं जा सकते।
इस्तीफा देने की घटना
सोरेन ने खुलासा किया कि विधायक दल की बैठक में उनसे इस्तीफा मांगा गया था, जिसका एजेंडा तक उन्हें नहीं बताया गया था। “मुझे सत्ता का मोह नहीं था, इसलिए मैंने तुरंत इस्तीफा दे दिया, लेकिन आत्म-सम्मान पर लगी चोट से दिल भावुक था,” सोरेन ने लिखा।
भाजपा में शामिल होने की संभावना
दिल्ली पहुंचने के तुरंत बाद सोरेन ने पत्रकारों से कहा कि वह निजी यात्रा पर हैं और भाजपा के किसी नेता से मुलाकात नहीं की है। शुक्रवार को मीडिया में आई खबरों में दावा किया गया कि सोरेन भाजपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया। भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने भी कहा कि उनके पास इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
हेमंत सोरेन के आरोप
इस बीच, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और समाज को बांटने का आरोप लगाया। गोड्डा जिले में एक सरकारी समारोह में उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासियों, दलितों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों के बीच जहर फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा, “समाज की बात तो भूल ही जाइए, ये लोग परिवारों और दलों को तोड़ने का काम करते हैं।”
चुनाव की चुनौतियां
हेमंत सोरेन ने यह भी कहा कि झारखंड में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन चुनाव कार्यक्रम भाजपा द्वारा तय किया जाएगा, न कि निर्वाचन आयोग द्वारा। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग अब संवैधानिक संस्था नहीं रह गया है, क्योंकि इस पर भाजपा का कब्जा हो गया है। मुख्यमंत्री ने भाजपा को चुनौती दी कि अगर आज चुनाव होते हैं, तो झारखंड से उनका सफाया हो जाएगा।