पुरी, ओडिशा: ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की प्रसिद्ध रथयात्रा के दौरान रविवार को भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसमें एक श्रद्धालु की दम घुटने से मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
मृतक की पहचान
मृतक की पहचान बलांगीर जिले के ललित बगरती के रूप में हुई है। वह भगवान बलभद्र के रथ को खींचते समय भगदड़ में फंस गए थे।
सीएम ने घोषित की अनुग्रह राशि
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ललित बगरती के परिजनों को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने घायल श्रद्धालुओं के लिए बेहतर चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं।
घायलों की संख्या
अधिकारियों ने बताया कि भगदड़ में कई लोग घायल हुए, जिनमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हजारों श्रद्धालुओं ने रथ खींचा
रविवार को हजारों श्रद्धालुओं ने 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र के रथों को खींचकर लगभग 2.5 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर की ओर प्रस्थान किया। भगवान बलभद्र का रथ सबसे पहले निकला, उसके बाद देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ का रथ निकला।
भगवान बलभद्र का रथ, जो लगभग 45 फीट ऊंचा है, हजारों श्रद्धालुओं द्वारा खींचा गया। इसके बाद देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ के रथों को खींचा गया।
रथयात्रा का माहौल
रथयात्रा के दौरान पूरा माहौल ‘जय जगन्नाथ’ और ‘हरिबोल’ के जयकारों से गूंज रहा था। श्रद्धालु भगवान की एक झलक पाने के लिए उत्सुक थे। रास्ते में विभिन्न कलाकारों के समूहों ने रथों के सामने ‘कीर्तन’ और ओडिसी नृत्य प्रस्तुत किए।
अनुमानित श्रद्धालुओं की संख्या
अनुमान है कि इस वर्ष रथयात्रा में लगभग 10 लाख श्रद्धालु शामिल हुए थे। ज्यादातर श्रद्धालु ओडिशा और पड़ोसी राज्यों से थे, लेकिन कई विदेशी पर्यटक भी इस भव्य उत्सव में शामिल होने के लिए आए थे।