कर्नाटक के जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में गहरे संदेहों के बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वे इस मामले की जांच के पक्ष में हैं और साथ ही उनके सहयोगी दल जेडीएस ने भी मामले में कार्रवाई करने की बात कही है।
पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर केंद्र सरकार को घेरा और पूछा कि क्यों नहीं रोका गया प्रज्वल को देश छोड़ने से।
अमित शाह ने बीजेपी का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि वे ‘मातृ शक्ति’ के साथ खड़े हैं और उन्हें कांग्रेस से पूछना चाहिए कि उनकी सरकार है तो क्यों नहीं कार्रवाई की। उन्होंने यह भी कहा कि वहां कार्रवाई करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। हम जांच के पक्ष में हैं और हमारे सहयोगी जेडीएस ने भी इसके खिलाफ कार्रवाई करने की घोषणा की है। आज उनकी कोर कमेटी की बैठक है और कदम उठाए जाएंगे।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भी इस मामले पर कड़ा रुख अधिकृत किया है। उन्होंने कहा है कि यदि जांच दल की जांच में आरोप साबित होते हैं, तो प्रज्वल पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। हो सकता है कि आज पार्टी प्रज्वल को निलंबित भी कर दे।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि सरकार ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का फैसला किया है जो प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो मामले की जांच करेगा।