कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 11 अप्रैल, 2024 गुरुवार को कहा कि वह राज्य में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता को लागू नहीं होने देंगी। उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि “नो एनआरसी, नो सीएए, नो यूनिफॉर्म सिविल कोड”।
ममता दीदी ने ईद-उल-फितर के अवसर पर यहां एक सभा को संबोधित करते हुए दावा किया कि कुछ लोग चुनाव के दौरान ‘दंगा कराने’ की कोशिश करेंगे। साथ ही उन्होंने लोगों से ‘साजिश का शिकार नहीं होने’ का आग्रह किया। ईद का पर्व रमजान के महीने की समाप्ति पर मनाया जाता है।
ममता बनर्जी ने ‘रेड रोड’ पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम संशोधित नागरिकता अधिनियम, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और समान नागरिक संहिता को स्वीकार नहीं करेंगे। अगर हम एकजुट होकर रहेंगे तो कोई हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकता।’
इसके अलावा, ममता बनर्जी ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल ‘विपक्षी दलों के खिलाफ’ करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार को आलोचना की।
सीएम ममता ने भी बताया कि उनकी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, की प्रमुख लड़ाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से है। तृणमूल प्रमुख ने कहा, ‘हम विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) के संबंध में बाद में निर्णय लेंगे। लेकिन बंगाल में इस बात का ख्याल रखिएगा कि एक भी वोट किसी दूसरी पार्टी को नहीं जाए।’
ममता बनर्जी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी भी मौजूद थे।