पुत्तूर, कर्नाटक: एक अजीबोगरीब घटना में, कर्नाटक के पुत्तूर शहर के एक परिवार ने अपनी 30 साल पहले मृत बेटी के लिए दूल्हे की तलाश के लिए अखबार में विज्ञापन दिया है। परिवार का मानना है कि उनकी बेटी की आत्मा अविवाहित होने के कारण परेशान है और इस विवाह से उन्हें शांति मिलेगी।
विज्ञापन में लिखा है, “30 साल पहले मृत दुल्हन के लिए 30 वर्षीय दूल्हे की आवश्यकता है, जो पहले से ही मर चुका हो। प्रेथा मडुवे (आत्माओं की शादी) के लिए संपर्क करें।” विज्ञापन में लड़की की जाति और गोत्र का भी उल्लेख है।
यह घटना सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है, कुछ लोग इस प्रथा का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
परिवार का कहना है
परिवार का कहना है कि उनकी बेटी का जन्म 1992 में हुआ था और वह 20 साल की उम्र में एक दुर्घटना में मर गई थी। तब से, परिवार को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने गांव के बुजुर्गों से सलाह ली, जिन्होंने उन्हें अपनी बेटी का “प्रेथा मडुवे” कराने की सलाह दी।
प्रेथा मडुवे क्या है?
प्रेथा मडुवे कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में प्रचलित एक परंपरा है, जिसमें मृत व्यक्तियों की आत्माओं की शादी कराई जाती है। यह माना जाता है कि यह विवाह मृत आत्माओं को शांति प्रदान करता है और उनके परिवारों पर आने वाले संकटों को दूर करता है।
विज्ञापन पर प्रतिक्रिया
विज्ञापन के जवाब में, परिवार को 50 से अधिक कॉल आए हैं। कई लोगों ने इस प्रथा का समर्थन किया है और मृत बेटी के लिए दूल्हे ढूंढने में मदद की पेशकश की है। हालांकि, कुछ लोगों ने इस प्रथा को अंधविश्वास बताया है और इसका विरोध किया है।
निष्कर्ष:
यह घटना कर्नाटक में सामाजिक रीति-रिवाजों और अंधविश्वासों पर प्रकाश डालती है। प्रेथा मडुवे जैसी प्रथाएं आज भी समाज के कुछ वर्गों में प्रचलित हैं, और इन पर बहस जारी है।