हरियाणा विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई हैं, और इस बार कुश्ती जगत के दो दिग्गज खिलाड़ी, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया, कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। यह कदम हरियाणा की राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। जानकारी के अनुसार, दोनों खिलाड़ी आज दोपहर करीब 2 बजे तक कांग्रेस में शामिल होंगे। लंबे समय से ऐसी चर्चाएं थीं कि ये दोनों खिलाड़ी कांग्रेस पार्टी का हिस्सा बन सकते हैं, और अब यह अनुमान सही साबित हो रहा है। इससे पहले विनेश और बजरंग दोनों ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी, जिससे इन कयासों को और बल मिला था।
अनिल विज का तंज: “कांग्रेस की बेटी बनें तो हमें ऐतराज नहीं”
हरियाणा बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “अगर विनेश फोगाट देश की बेटी से कांग्रेस की बेटी बनना चाहती हैं, तो हमें क्या ऐतराज हो सकता है।” विज ने यह भी कहा कि पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के पीछे कांग्रेस का हाथ था और इसी कारण आंदोलन जारी रहा। उनका दावा है कि अगर कांग्रेस ने उकसाया न होता, तो इस मामले का समाधान पहले ही निकल सकता था।
इससे पहले, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी विनेश फोगाट पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “कांग्रेस उनकी प्रतिष्ठा का इस्तेमाल करना चाहती है। उन्हें यह जल्दी समझ में आ जाएगा।” उन्होंने यह भी पूछा कि “क्या विनेश फोगाट अनुच्छेद 370 लगाना चाहती हैं, या दलितों पर अत्याचार करना चाहती हैं?” मनोज तिवारी ने इस बयान के माध्यम से कांग्रेस की नीतियों पर निशाना साधा था।
किस सीट से लड़ सकती हैं विनेश फोगाट?
सियासी गलियारों में यह चर्चा है कि विनेश फोगाट को हरियाणा के दादरी से कांग्रेस का टिकट मिल सकता है। वहीं, बजरंग पूनिया बादली से टिकट मांग रहे हैं, लेकिन पार्टी की ओर से उन्हें किसी जाट बहुल क्षेत्र से चुनाव में उतारने का विचार किया जा रहा है। विनेश फोगाट का खाप पंचायतों और किसानों के साथ मजबूत संबंध हैं, जिससे उनका राजनीतिक करियर प्रारंभिक चरण में ही मजबूत समर्थन हासिल कर सकता है।
विनेश फोगाट का राजनीति में प्रवेश: हरियाणा की राजनीति में नया मोड़
विनेश फोगाट के राजनीति में शामिल होने से हरियाणा की सियासत में बड़ा बदलाव आ सकता है। विनेश के खाप पंचायतों के साथ अच्छे संबंध और किसानों के प्रति समर्थन उनकी राजनीतिक पकड़ को मजबूत बना सकते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है, जिससे हरियाणा की राजनीतिक तस्वीर में एक नया मोड़ आ सकता है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख
हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होंगे और मतगणना 8 अक्टूबर को की जाएगी। इससे पहले यह चुनाव 1 और 4 अक्टूबर को होने थे, लेकिन बिश्नोई समुदाय की परंपराओं का सम्मान करते हुए चुनाव आयोग ने तारीख में बदलाव किया है। बिश्नोई समुदाय ने अपनी सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार आसोज अमावस्या के अवसर पर गुरु जम्बेश्वर की स्मृति में उत्सव मनाने का फैसला किया है, जो कि हर साल राजस्थान के नोखा तहसील में मनाया जाता है।