पिलानी, 28 सितंबर 2024: सीएसआईआर-केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान, पिलानी में वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) का 83वाँ स्थापना दिवस समारोहपूर्वक आयोजित किया गया। केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर के निदेशक डॉ जगदीश राणे समारोह के मुख्य अतिथि थे। सीएसआईआर-सीरी के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक शारदा प्रसाद एवं डॉ पी भानुप्रसाद विशिष्ट अतिथि थे, अध्यक्षता सीएसआईआर-सीरी निदेशक डॉ पीसी पंचारिया ने की।
इस अवसर पर विगत एक वर्ष के दौरान संस्थान से सेवानिवृत्त हुए 5 सहकर्मियों तथा परिषद में 25 वर्ष की सेवा पूरी करने वाले संस्थान के 3 सहकर्मियों को सम्मानित किया गया। साथ ही सीएसआईआर निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर संस्थान के वर्तमान एवं पूर्व सहकर्मियों सहित सीरी विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या बी राशेल सहित पिलानी के गणमान्यजन उपस्थित थे। कार्यक्रम में सीएसआईआर-सीरी एवं केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर के बीच कृषि अनुसंधान में परस्पर सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) का भी आदान प्रदान हुआ।
मुख्य अतिथि डॉ जगदीश राणे ने स्थापना दिवस संबोधन में 83वें सीएसआईआर स्थापना दिवस की बधाई दी। उन्होंने संस्थान की शोध उपलब्धियों व गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए डॉ पंचारिया को बधाई दी। अपने संबोधन में उन्होंने संस्थान के शोध कार्यों का परिचय देते हुए कहा कि सीएसआईआर सहित आईसीएआर की प्रयोगशालाएँ देश की आवश्यकताओं के अनुरूप वैज्ञानिक अनुसंधानों से देश के नागरिकों की सेवा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सीआईएएच, बीकानेर सहित आईसीएआर की सभी प्रयोगशालाओं ने देश को कृषि उत्पादों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान दिया है। देश की वैज्ञानिक, औद्योगिक एवं कृषि प्रगति दोनों संगठनों के वैज्ञानिकों के समर्पण व जुनून के कारण ही संभव हुई है।
विशिष्ट अतिथि शारदा प्रसाद एवं डॉ पी भानुप्रसाद ने संस्थान के सेवाकाल के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि हमने सीएसआईआर जैसे प्रतिष्ठित अनुसंधान संगठन में इलेक्ट्रॉनिक्स अनुसंधान को समर्पित देश की अग्रणी राष्ट्रीय प्रयोगशाला ‘सीरी’ को अपनी सेवाएँ दीं।
इससे पूर्व संस्थान के निदेशक डॉ पीसी पंचारिया ने सभी अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर देश की औद्योगिक और सामाजिक उन्नति में परिषद प्रयोगशालाओं के प्रमुख शोध कार्यों के योगदान का उल्लेख किया। अतिथियों ने विज्ञान संग्रहालय और टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और वैज्ञानिकों से चर्चा की।
समारोह का संचालन साइंटिस्ट डॉ अदिति एवं डॉ राजेन्द्र वर्मा ने किया। समारोह के अंत में मुख्य वैज्ञानिक डॉ सुचंदन पाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ किया गया।