नई दिल्ली: लंबे समय से चर्चा में रहा वक्फ संशोधन विधेयक आखिरकार जोरदार बहस और हंगामे के बीच संसद के दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा – से पारित हो गया है। अब यह विधेयक राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद कानून का रूप ले लेगा। हालांकि कई राजनीतिक दलों ने इसका पुरजोर विरोध किया है और इसे सियासी मुद्दा बना लिया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधेयक के समर्थन में जोरदार बयान देते हुए कहा कि “अब वक्फ के नाम पर कोई डकैती नहीं डाल सकेगा।”
विधेयक पारित होने के बाद उठे सियासी सुर
संसद में पारित वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर विपक्षी दलों में खासा आक्रोश है। उनका आरोप है कि यह विधेयक धार्मिक अल्पसंख्यकों की संपत्ति पर सरकारी नियंत्रण का प्रयास है। वहीं, भाजपा और सरकार समर्थक दलों का कहना है कि इससे वक्फ बोर्ड की अनियमितताओं पर लगाम लगेगी और सरकारी जमीन की लूट बंद होगी।

योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान: “अब नहीं लूटी जाएगी वक्फ की जमीन”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को महाराजगंज जिले के रतनपुर में 654 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा:
“अब वक्फ बोर्ड के नाम पर कोई भी जमीन नहीं लूट सकेगा। वर्षों से चल रही लूट अब बंद होगी। यह संपत्ति अब विद्यालय, मेडिकल कॉलेज, अस्पताल और गरीबों के आवास निर्माण में उपयोग की जाएगी।”
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री योगी ने इस विधेयक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लाखों एकड़ जमीन पर वक्फ बोर्ड के नाम पर अवैध कब्जे किए गए थे, जो कुछ लोगों के लिए लूट का जरिया बन चुके थे। अब यह लूट बंद होगी और जमीन का उपयोग जनहित में किया जाएगा।

“वक्फ के नाम पर अब नहीं चलेगी मनमानी”
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि:
“वक्फ के नाम पर अब कोई भी मनमानी नहीं चल पाएगी। अब तक वक्फ से समाज का कोई ठोस लाभ नहीं हुआ। अब सरकार इस दिशा में ठोस और पारदर्शी कार्रवाई करेगी।”