चूणा चौक पार्क पर हुआ समापन, विधायक राजेंद्र भांबू सहित कई गणमान्य लोग हुए शामिल
झुंझुनूं, 6 अप्रैल 2025: रामनवमी के पावन पर्व पर झुंझुनूं शहर आस्था, श्रद्धा और भक्ति के रंग में रंगा नजर आया। रविवार को शहर के विभिन्न मोहल्लों, मंदिरों और धार्मिक संस्थाओं की ओर से भव्य शोभायात्राएं निकाली गईं, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई चूणा चौक पार्क में आकर संपन्न हुईं। इन शोभायात्राओं ने श्रद्धालुओं और आमजन का मन मोह लिया।
रामकथा की झांकियों ने दी धार्मिक संदेशों की प्रस्तुति
शोभायात्राओं में भगवान राम के जीवन प्रसंगों को दर्शाती झांकियों ने विशेष आकर्षण बटोरा। राम जन्म, वनवास, सीता हरण, हनुमान लीला और रावण वध जैसे प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। इन झांकियों ने न केवल धार्मिक शिक्षाएं दीं, बल्कि बच्चों और युवाओं को रामायण से जोड़ने का कार्य भी किया।

नासिक बैंड बना शोभायात्रा का केंद्र बिंदु
इस वर्ष शोभायात्रा में महाराष्ट्र के प्रसिद्ध नासिक बैंड की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। इसकी सजीव धुनों और तालों ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बैंड की भक्ति रचनाओं ने माहौल को पूरी तरह भक्तिमय बना दिया और हर गली, हर चौराहे पर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होते नजर आए।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति से बढ़ी शोभायात्रा की भव्यता
रामनवमी की शोभायात्रा में विधायक राजेंद्र भांबू, नगर परिषद के पदाधिकारी, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, और कई अन्य विशिष्ट जन भी शामिल हुए। इनकी उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक गरिमामय बना दिया। स्थानीय नागरिकों ने जगह-जगह शोभायात्रा का पुष्पवर्षा से स्वागत किया।
चूणा चौक पार्क पर हुआ समापन, भक्तों का उमड़ा सैलाब
शोभायात्रा का अंतिम पड़ाव चूणा चौक पार्क रहा, जहां विभिन्न इलाकों से आई झांकियों का संगम हुआ। यहां एकत्रित हजारों श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन में भाग लिया और भगवान राम के जयकारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। समापन के अवसर पर राम दरबार की आरती कर प्रसाद वितरण किया गया।

सुरक्षा और व्यवस्था रही चाक-चौबंद
रामनवमी के इस आयोजन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा और यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखा गया। स्वच्छता और पेयजल की विशेष व्यवस्था नगर परिषद द्वारा की गई थी।
संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों से रखी गई निगरानी
प्रशासन द्वारा संवेदनशील मार्गों पर ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी गई, जिससे किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की संभावना को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।