अमेरिका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय अमेरिकी दौरे के बाद भारत लौट आए हैं। इस दौरे में उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच कई अहम समझौते किए हैं, जो दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने का काम करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच डिफेंस, टेक्नोलॉजी और व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। खास बात यह है कि दोनों देशों ने अगले 5 वर्षों में व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है, जो दोनों देशों के लिए एक सकारात्मक कदम साबित होगा।
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भारत और अमेरिका के बीच व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे में भारत-अमेरिका के संबंधों को और भी मजबूत बनाने के लिए कई अहम समझौतों पर सहमति बनी। विशेष रूप से व्यापार को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने की दिशा में यह कदम महत्वपूर्ण है। अमेरिका और भारत दोनों ने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की योजना बनाई है।
टैरिफ वॉर के बीच महत्वपूर्ण समझौते
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए टैरिफ वॉर के बीच भारत और अमेरिका के बीच हुए ये समझौते इसलिए और भी अहम हैं, क्योंकि इन समझौतों से दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी जब अमेरिका पहुंचे थे, उसी दिन ट्रंप ने ‘जैसा का तैसा’ आधार पर टैरिफ लगाने के आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। इसका मतलब था कि जो भी देश अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ लगाएंगे, अमेरिका भी उसी दर से उन देशों पर टैरिफ लगाएगा। यह एक बड़ा निर्णय था, जिसने व्यापारिक माहौल को थोड़ा प्रभावित किया था, लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच मुलाकात में किसी प्रकार की खटास नहीं आई।
व्हाइट हाउस में गर्मजोशी से मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप से गर्मजोशी के साथ मुलाकात की, जो भारत-अमेरिका के रिश्तों के लिए बेहद सकारात्मक संकेत था। अमेरिकी मीडिया में भी प्रधानमंत्री मोदी की सराहना हो रही है, और पत्रकारों का कहना है कि मोदी ने जिस तरीके से और जिस आत्मविश्वास के साथ ट्रंप से मुलाकात की, वह एक मिसाल है। एक अमेरिकी सीनियर पत्रकार ने यह भी कहा कि अन्य देशों के नेताओं को ट्रंप से डील करने के लिए पीएम मोदी से सीखना चाहिए।
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सीएनएन के सीनियर जर्नलिस्ट का बयान
सीएनएन के सीनियर जर्नलिस्ट विल रिप्ले ने प्रधानमंत्री मोदी की ट्रंप से मुलाकात को बेहद सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा, “यह दुनियाभर के नेताओं के लिए एक मास्टरक्लास है कि राष्ट्रपति ट्रंप से कैसे डील किया जाता है।” रिप्ले ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को यह अच्छी तरह से समझ था कि उन्हें इस मुलाकात में क्या करना है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी उसी दिन वाशिंगटन डीसी में थे, जिस दिन ट्रंप ने नए टैरिफ का ऐलान किया था। ट्रेड वॉर के बीच दोनों देशों के लिए अच्छे व्यापार, ऊर्जा और डिफेंस डील्स आए।”
Indian Prime Minister Modi understood the assignment in his 8th meeting with President Trump. It could've been bad. Modi was in DC on the same day Trump announced dreaded reciprocal tariffs. Despite trade friction, both sides walked away with deliverables on a potential trade… pic.twitter.com/73xjKfVP6w
— Will Ripley (@willripleyCNN) February 14, 2025
‘MAGA+MIGA= MEGA’ स्लोगन की सराहना
विल रिप्ले ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘MAGA+MIGA= MEGA’ स्लोगन की भी सराहना की। यह स्लोगन मोदी ने ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ (MAGA) और ‘मेक इंडिया ग्रेट अगेन’ (MIGA) को मिलाकर भारत-अमेरिका के रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के संदर्भ में पेश किया था। यह स्लोगन अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दृष्टिकोण के साथ मेल खाता था, और उन्हें यह विचार पसंद आया।