जयपुर, राजस्थान: राजस्थान के कर्मचारी संगठनों ने मुख्य सचिव सुधांश पंत के अनिवार्य सेवानिवृत्ति आदेश के खिलाफ आवाज उठाई है। उनका कहना है कि इस आदेश से कर्मचारियों में आतंक फैलाया जा रहा है। महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष महावीर शर्मा ने सरकार को कर्मचारियों में आतंक पैदा करने का आरोप लगाया है, साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार आमजन को कामगारों के खिलाफ भड़काना चाहती है।
कर्मचारियों का आक्रोश: सरकार के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी
कर्मचारी महासंघ ने सरकार के कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाते हुए सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है। वे कहते हैं कि यदि सरकार अपनी नीतियों पर अमल नहीं करती तो वे सड़कों पर उतरेंगे और सरकार के खिलाफ अपने आक्रोश को जताएंगे।
सरकार की नीतियों पर संवेदना: निजीकरण का विरोध
महासंघ के महामंत्री महावीर सिहाग ने सरकार की नीतियों का विरोध किया। उनका कहना है कि सरकार शिक्षा, चिकित्सा, और जनसेवा के क्षेत्र में निजीकरण करना चाहती है, जिससे कर्मचारियों की स्थिति पर असर पड़ेगा।
यह सभी तथ्य कर्मचारी संगठनों के माध्यम से जनता तक पहुंचाए गए हैं, ताकि लोगों को सरकार की नीतियों और कर्मचारियों के हकों की रक्षा करने में सामाजिक जागरूकता हो सके।