आइजोल, मिजोरम: भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मिजोरम ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए देश का पहला पूर्ण साक्षर राज्य बनने का गौरव प्राप्त कर लिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार, 20 मई को मिजोरम को ULLAS (Understanding Lifelong Learning for All in Society) यानी नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत आधिकारिक रूप से पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया।
इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने आइजोल में आयोजित समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री लालदुहोमा को प्रमाण पत्र सौंपा। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, स्वयंसेवी शिक्षक, छात्र एवं स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

ULLAS कार्यक्रम: साक्षरता की दिशा में क्रांतिकारी पहल
ULLAS यानी नव भारत साक्षरता कार्यक्रम केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को पढ़ने, लिखने और बुनियादी गणना करने में सक्षम बनाना है। इस योजना के तहत मिजोरम में व्यापक सर्वेक्षण और प्रशिक्षण अभियान चलाया गया।
🔹 2023 में राज्यभर में किया गया सर्वेक्षण
🔹 3,026 निरक्षर व्यक्तियों की पहचान की गई
🔹 1,692 लोगों ने नियमित अध्ययन शुरू किया
🔹 292 स्वयंसेवकों की टीम बनाई गई – जिनमें छात्र, शिक्षक, एक्सपर्ट और क्लस्टर रिसोर्स कोऑर्डिनेटर शामिल थे
🔹 साक्षरता दर 98.20% तक पहुंची – जो ‘पूर्ण साक्षर राज्य’ घोषित होने की पात्रता (97%) से ऊपर है
मिजोरम की साक्षरता यात्रा: आंकड़ों में
वर्ष | मिजोरम की साक्षरता दर | राष्ट्रीय औसत | स्थिति |
---|---|---|---|
2011 | 91.33% | 79.04% | देश में तीसरा स्थान |
2023 | 98.20% | अपडेटेड नहीं | पहला पूर्ण साक्षर राज्य |
शिक्षा मंत्री जयंत चौधरी का बयान
“मिजोरम ने देशभर में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। यह राज्य अब न केवल प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी बन चुका है।”

उन्होंने यह भी बताया कि ULLAS योजना के तहत आने वाले वर्षों में देश के अन्य राज्यों को भी इसी दिशा में प्रेरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री लालदुहोमा की प्रतिक्रिया
“यह उपलब्धि मिजोरम की जनता की मेहनत, शिक्षकों के समर्पण और सरकारी प्रयासों का परिणाम है। अब हमारा लक्ष्य है – गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और डिजिटल साक्षरता।”