इंफाल, मणिपुर: भारत में एक बार फिर धरती कांपी है। इस बार भूकंप का केंद्र मणिपुर रहा, जहां बुधवार को लगातार दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। पहला भूकंप सुबह 11 बजकर 6 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 मापी गई। इसके ठीक एक घंटे बाद दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर 4.1 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया। इन झटकों से लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए।

पूर्वोत्तर राज्यों में भी महसूस हुए झटके
शिलांग में क्षेत्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, पहला भूकंप मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले के यायरिपोक से 44 किलोमीटर पूर्व में आया और इसकी गहराई 110 किलोमीटर थी। इस भूकंप के झटके असम, मेघालय समेत पूर्वोत्तर भारत के अन्य हिस्सों में भी महसूस किए गए।
दूसरा भूकंप मणिपुर के कामजोंग जिले में दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर आया, जिसकी गहराई 66 किलोमीटर थी। अधिकारियों ने बताया कि इस झटके की तीव्रता 4.1 थी और यह भी पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में महसूस किया गया।
स्कूल और घरों में दरारें, लोग दहशत में
भूकंप के कारण कई इमारतों में दरारें आ गई हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में थौबल जिले के वांगजिंग लामडिंग इलाके के एक स्कूल में भारी दरारें देखी गई हैं। यह स्कूल फिलहाल जातीय संघर्ष से प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर के रूप में उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, कई घरों में भी दरारें पड़ने की खबरें हैं, हालांकि किसी बड़े नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है।

लोगों में डर का माहौल, अधिकारी कर रहे स्थिति का आकलन
भूकंप के झटकों के बाद से स्थानीय लोग डरे हुए हैं। कंपन महसूस होते ही लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे। इंफाल में एक अधिकारी ने बताया कि नुकसान के आकलन के लिए टीमों को विभिन्न इलाकों में भेजा गया है। अब तक किसी बड़े जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है, लेकिन अधिकारी सतर्कता बरत रहे हैं।