वाशिंगटन, अमेरिका: भारत सरकार के वैश्विक आउटरीच प्रोग्राम के अंतर्गत अमेरिका के दौरे पर गया हुआ सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अपने मिशन के अंतिम चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर भारत लौट आया है। यह प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में था, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद और वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और राज्य के उप सचिव क्रिस्टोफर लैंडौ से महत्वपूर्ण मुलाकातें कर ऑपरेशन सिन्दूर और भारत की आतंकवाद विरोधी नीति पर जानकारी साझा की।
तीन दिवसीय यात्रा का समापन
प्रतिनिधिमंडल 3 जून को अमेरिका पहुँचा था। इस दौरान कैपिटल हिल और वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी अधिकारियों, सांसदों और विदेश नीति से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारियों से संवाद किया गया। मिशन का उद्देश्य 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिन्दूर की जानकारी देना और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की हकीकत को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना था।

उप-राष्ट्रपति वेंस से हुई सकारात्मक वार्ता
गुरुवार को व्हाइट हाउस में उपराष्ट्रपति वेंस के साथ करीब 25 मिनट तक चली बैठक को शशि थरूर ने “बेहतरीन और निर्णायक” करार दिया। थरूर ने बताया कि वेंस ने भारत की संयमित प्रतिक्रिया की सराहना की और आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े रहने की बात कही।
राज्य के उप सचिव क्रिस्टोफर लैंडौ से भी हुई उच्चस्तरीय बैठक
शुक्रवार को राज्य के उप सचिव क्रिस्टोफर लैंडौ से हुई बैठक में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बयान जारी कर कहा, “उप सचिव लैंडौ ने भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी और आतंकवाद विरोधी संघर्ष में मजबूत समर्थन की पुष्टि की।”
भारतीय दूतावास के अनुसार, इस बैठक में थरूर के नेतृत्व वाले समूह ने ऑपरेशन सिन्दूर की पृष्ठभूमि और भारत की आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को विस्तार से बताया।
शशि थरूर का भावुक संदेश
यात्रा के समापन पर शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“सौ बार जन्म लेंगे तो सौ बार करेंगे, जी भर के अपने वतन से प्यार करेंगे। जो हमसे बन पड़ा, ‘ए वतन’ हमने किया है। जो सच था, सारी दुनिया ने अब जान लिया है।”
उन्होंने आगे कहा:
“सभी सदस्यों की तरफ से मातृभूमि का आभार, देश-विदेश में हिंदुस्तान प्रेमियों का आभार जिन्होंने सच को स्वीकारा कि हम अहिंसा प्रेमी हैं… लेकिन तब तक, जब तक कोई…”
उन्होंने “जय हिंद” के उद्घोष के साथ संदेश समाप्त किया।

प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल था?
इस समूह में भारत के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल थे, जिनमें शामिल हैं:
- सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा)
- तेजस्वी सूर्या (भारतीय जनता पार्टी)
- गैंट्स हरीश मधुर बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी)
- शशांक मणि त्रिपाठी (बीजेपी)
- भुवनेश्वर कलिता (बीजेपी)
- मिलिंद देवड़ा (शिवसेना)
- तरनजीत संधू (पूर्व राजदूत, अमेरिका में भारत)
विश्व स्तर पर भारत का पक्ष मजबूत
अमेरिका से पहले यह प्रतिनिधिमंडल पनामा, गुयाना, कोलंबिया और ब्राजील की यात्रा कर चुका है। भारत सरकार द्वारा 32 देशों और यूरोपीय संघ मुख्यालय ब्रुसेल्स में भेजे गए 7 प्रतिनिधिमंडलों में यह दौरा सबसे प्रमुख माना जा रहा है। इन दौरों के माध्यम से भारत ने वैश्विक मंच पर पाकिस्तान के आतंकवादी नेटवर्क को बेनकाब किया और ऑपरेशन सिन्दूर की नैतिकता को रेखांकित किया।