पेरिस, 8 अगस्त 2024: पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में टीम इंडिया ने स्पेन को कांटे की टक्कर में 2-1 से हराया, जिसमें दोनों ही गोल हरमनप्रीत सिंह ने किए। इस ऐतिहासिक मैच के साथ भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक में अपनी चौथी पदक जीत की उपलब्धि हासिल की, इससे पहले टीम ने शूटिंग में तीन पदक जीते थे।
मैच की शुरुआत और स्कोर
मैच की शुरुआत में दोनों टीमें बेहद आक्रामक नजर आईं और पहले क्वार्टर में एक भी गोल नहीं हो सका। हालांकि, दूसरे क्वार्टर के 18वें मिनट में स्पेन के मार्क मिरालेस ने गोल कर अपनी टीम को बढ़त दिलाई। लेकिन भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने जल्द ही भारत के लिए गोल दागकर स्कोर 1-1 की बराबरी पर ला दिया।
तीसरे क्वार्टर में भारत की बढ़त
तीसरे क्वार्टर में टीम इंडिया ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। क्वार्टर की शुरुआत में ही हरमनप्रीत सिंह ने 33वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर का फायदा उठाकर भारत को 2-1 की बढ़त दिलाई। इस दौरान अभिषेक को ग्रीन कार्ड भी मिला, जिससे वे कुछ समय के लिए मैदान से बाहर रहे लेकिन बाद में वापसी की। तीसरे क्वार्टर के अंत तक भारत ने 2-1 की बढ़त बनाई रखी।
भारत का प्रदर्शन पेरिस ओलंपिक्स 2024 में
पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारतीय हॉकी टीम का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा। पहले मैच में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड को 3-2 से हराया। इसके बाद अर्जेंटीना के साथ मैच ड्रॉ रहा। तीसरे मैच में भारत ने आयरलैंड को 2-0 से हराया। हालांकि, बेल्जियम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की और ग्रेट ब्रिटेन को भी हराया। जर्मनी के खिलाफ हार के बावजूद, टीम इंडिया ने मजबूत प्रदर्शन किया।
स्पेन की निराशा
स्पेन ने अंतिम क्वार्टर में वापसी की पूरी कोशिश की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। स्पेन को अंतिम मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर भी मिला, लेकिन भारत के स्टार गोलकीपर पी. श्रीजेश ने उसे आसानी से बचा लिया। स्पेन ने गोल करने के हर संभव प्रयास किए, लेकिन भारत ने अंततः मुकाबला जीत लिया और ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
विशेष बिंदु:
भारत की मेडल की संख्या: पेरिस ओलंपिक्स में भारत ने कुल मिलाकर चार मेडल जीते हैं, जिसमें तीन शूटिंग में और एक हॉकी में है।
हरमनप्रीत सिंह: भारतीय टीम के कप्तान ने मैच में दो गोल किए, जो कि उनकी कप्तानी के अंतर्गत भारत की महत्वपूर्ण जीत का हिस्सा बने।
पी. श्रीजेश: टीम इंडिया के दिग्गज गोलकीपर ने करियर के अंतिम मैच में शानदार प्रदर्शन किया और अंतिम पेनल्टी कॉर्नर को बचाया।