बांग्लादेश हिंसा: हाल के दिनों में बांग्लादेश में बढ़ती राजनीतिक उथल-पुथल ने एक भयंकर रूप ले लिया है। सरकार के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शनों ने अब एक खूनी खेल का रूप धारण कर लिया है, जिससे देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर संकट मंडरा रहा है। कट्टरपंथियों की हिंसा के चलते बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हमले तेज हो गए हैं और कई निर्दोष लोगों की जान को खतरा हो गया है।
भारत की सीमा पर उमड़ रही भीड़
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में लोग अपनी जान बचाने के लिए भारत की सीमा की ओर भाग रहे हैं। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के दक्षिण बेरुबारी गांव में सीमा पर करीब 600 लोगों की भीड़ देखी गई है, जो भारत में शरण की गुहार लगा रही है। ये लोग बीएसएफ से भारतीय सीमा में प्रवेश की अनुमति देने की अपील कर रहे हैं।
बीएसएफ का अलर्ट मोड
भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने अलर्ट मोड पर रहते हुए सीमा पर आ रहे लोगों को भारत में एंट्री देने से मना कर दिया है। बीएसएफ की कड़ी निगरानी के बावजूद, बांग्लादेश के कट्टरपंथी तत्वों से भागकर भारत में शरण लेने की कोशिश करने वाले लोग सुरक्षा की आशा में सीमा पर रुके हुए हैं।
कट्टरपंथी हिंसा की जद में आए मंदिर और हिंदू घर
बांग्लादेश में हिंसा का दायरा बढ़ता जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से कट्टरपंथियों ने हिंदू समुदाय के खिलाफ हमलों की श्रृंखला शुरू कर दी है। विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, 5 जुलाई को देशभर में 4 हिंदू मंदिरों पर हमले हुए। इन हमलों में इस्कॉन और काली मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। इसके साथ ही, हिंदू घरों को भी निशाना बनाया गया है, जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
इस्कॉन मंदिर को आग के हवाले किया गया
खुलना डिवीजन के मेहरपुर स्थित इस्कॉन केंद्र को भी निशाना बनाया गया। हिंसा की इस घटना में मंदिर को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा देवी की पवित्र मूर्तियों सहित मंदिर की संरचना पूरी तरह से नष्ट हो गई।
मंदिरों की सुरक्षा के लिए छात्रों का प्रयास
अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा के बीच, स्थानीय लोग और छात्र मंदिरों की सुरक्षा में जुटे हुए हैं। कुछ तस्वीरों में देखा जा सकता है कि बांग्लादेश के ढाकेश्वरी हिंदू मंदिर की सुरक्षा के लिए छात्र मोर्चे पर हैं, वहीं अन्य चित्रों में इस्लामी छात्र शिविर के छात्र चकरिया उपजिला में एक हिंदू मंदिर की सुरक्षा कर रहे हैं।