ढाका, 5 अगस्त 2024: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद देश की कमान अब सेना के हाथों में आ गई है। प्रधानमंत्री को इस्तीफा देने के लिए बांग्लादेश की सेना ने 45 मिनट का अल्टीमेटम दिया था। इस दौरान, सैकड़ों प्रदर्शनकारी शेख हसीना के आवास में घुस गए थे। हालात बिगड़ने पर प्रधानमंत्री शेख हसीना सैन्य हेलिकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गईं। इस घटना की जानकारी प्रोथोम एलो डेली ने दी है।
हसीना का भारत प्रस्थान
सोमवार को दोपहर 2:30 बजे, प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनकी छोटी बहन शेख रेहाना को लेकर सैन्य हेलीकॉप्टर बंगभवन से रवाना हुआ। सूत्रों के अनुसार, वे दोनों भारत के लिए प्रस्थान कर चुकी हैं। इस दौरान, बांग्लादेश में इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
विरोध प्रदर्शनों की वजह से बिगड़े हालात
पिछले महीने सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्र समूहों की हिंसा से बांग्लादेश को भारी नुकसान हुआ है। प्रदर्शनकारी शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। झड़पें रविवार सुबह और उग्र हो गईं जब नौकरी में कोटा प्रणाली को लेकर शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर असहयोग कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रदर्शनकारियों को सत्तारूढ़ अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं का विरोध झेलना पड़ा।
हिंसा और कर्फ्यू
प्रोथोम अलो की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को हुई झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 101 लोग मारे गए। हिंसा के कारण अधिकारियों को मोबाइल इंटरनेट बंद करना पड़ा और अनिश्चित काल के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लगाना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के बातचीत के न्योते को ठुकरा दिया। दोनों गुटों के बीच टकराव में कई मौतें हो चुकी हैं और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं। मारे गए लोगों में ज्यादातर पुलिसकर्मी हैं, जिन पर प्रदर्शनकारियों का गुस्सा फूट रहा है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थानों, पुलिस चौकियों, सत्तारूढ़ पार्टी के दफ्तरों और उनके नेताओं के आवास पर हमला किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
#SheikhHasina का ये अंत बेहद भयावह है।
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 5, 2024
शेख़ हसीना, जो एक वक़्त तक बांग्लादेश में लोकतंत्र की मिसाल और मशाल मानी जाती थीं..
चुनाव पर चुनाव जीतते हुए वो कब और कैसे तानाशाह बन गई और इस अंजाम तक पहुँची – ये तानाशाहों के लिए चिंता का कारण होना चाहिए।
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रिजर्वेशन की आग में झुलस रहा बांग्लादेश
बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने रविवार शाम छह बजे से देश में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया। साथ ही सरकारी एजेंसियों ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’, ‘मैसेंजर’, ‘व्हॉट्सऐप’ और ‘इंस्टाग्राम’ को बंद करने का आदेश दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोमवार, मंगलवार और बुधवार को तीन दिवसीय सामान्य अवकाश घोषित किया गया है। कुछ दिन पहले ही पुलिस और छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों में 200 से अधिक लोग मारे गए थे। छात्र विवादास्पद कोटा प्रणाली को खत्म करने की मांग कर रहे थे।
भविष्य की स्थिति पर अनिश्चितता
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति बहुत ही संवेदनशील और अस्थिर है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश की कमान सेना के हाथों में आने से भविष्य की स्थिति पर गहरा असर पड़ेगा। देश के नागरिकों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर अब इस पर है कि बांग्लादेश इस संकट से कैसे निपटता है और आने वाले समय में किस तरह की नीतियां अपनाता है।