खेतड़ी, 13 सितम्बर 2024: कुमावत समाज विकास संस्था ने शुक्रवार को बबाई स्थित दुर्गा माता मंदिर परिसर में आयोजित अपनी बैठक में समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समाज के अध्यक्ष कैलाशचंद की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सर्वसम्मति से दहेज प्रथा और मृत्यु भोज जैसी कुरीतियों को खत्म करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है।
इसके साथ ही समाज के युवाओं को शिक्षित करके मुख्यधारा में लाने और समाज के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया। बैठक में कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए प्रोफेसर बेगराज कुमावत को कोषाध्यक्ष, प्रेम कुमार को आईटी सेल प्रभारी, एडवोकेट सुशील कुमार, शेर सिंह, मनोज कुमावत, सुनीता वर्मा और रेणू प्रजापत को विधि सलाहकार नियुक्त किया गया।
शिक्षा और जागरूकता पर जोर
समाज के अध्यक्ष एडवोकेट कृष्ण कुमार ने कहा कि समाज के विकास के लिए शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है। युवाओं को नशे जैसी बुराइयों से दूर रखकर उन्हें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के प्रतिभाशाली युवाओं को प्रोत्साहित करके उन्हें समाज सेवा के लिए प्रेरित करना चाहिए।
कुरीतियों के खिलाफ मुहिम
बैठक में शादी, दशोठन और अन्य समारोहों में शराब और डीजे पर प्रतिबंध लगाने का भी निर्णय लिया गया। साथ ही बच्चों को शिक्षित करने के लिए मृत्यु भोज जैसी परंपराओं को खत्म करने पर जोर दिया गया। समाज के सदस्यों ने मिलकर समाज में एकता और भाईचारे का माहौल बनाने का संकल्प लिया।
समाज के विकास में युवाओं की भूमिका
बैठक में उपस्थित समाज के सदस्यों ने युवाओं को समाज के विकास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि युवाओं के बिना समाज का विकास संभव नहीं है। इसलिए युवाओं को शिक्षित करके उन्हें समाज के मुख्यधारा में लाना होगा।