फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद मुस्तफा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने गाजा में चल रहे नरसंहार को खत्म करने के लिए भारत की महत्वपूर्ण भूमिका की अपील की है। उन्होंने आग्रह किया है कि भारत अपने सभी डिप्लोमैटिक चैनलों का इस्तेमाल कर गाजा में तुरंत सीजफायर के लिए प्रयास करे।
प्रधानमंत्री मुस्तफा ने कहा, “भारत को गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने में मदद के अलावा अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर फिलिस्तीनियों की सुरक्षा और उन पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की जरूरत है। भारत ने फिलिस्तीनी लोगों के अधिकारों के प्रति लगातार अपना योगदान दिया है।”
प्रधानमंत्री मोदी की इजराइल यात्रा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2017 में पहली बार इजराइल का दौरा किया था। इस दौरे ने भारत और इजराइल के बीच संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया था।
तीसरे कार्यकाल की बधाई
फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मुस्तफा ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी को तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से मानवाधिकारों और शांति का समर्थक रहा है। मुस्तफा ने प्रधानमंत्री मोदी को समर्थन और एकजुटता के लिए भी धन्यवाद दिया।
भारत का सीजफायर प्रस्ताव का समर्थन
भारत ने पिछले साल UN महासभा में रखे गए सीजफायर प्रस्ताव का समर्थन किया था। इसके कुछ दिनों बाद ही प्रधानमंत्री मोदी ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि भारत अरब वर्ल्ड में जल्द अमन बहाली चाहता है।
बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा था, “इजराइली प्रधानमंत्री से अच्छी बातचीत हुई। हमने समुद्री सुरक्षा पर भी विचार किया। मैंने उन्हें अरब वर्ल्ड में अमन और मानवीय मदद के बारे में भारत का नजरिया बताया।” इसके अलावा भारत ने अलग-अलग मौकों पर इजराइल और हमास की जंग में आम नागरिकों की मौत का विरोध किया है।
अजीत डोभाल का इजराइल दौरा
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल मार्च में इजराइल के दौरे पर गए थे। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात की थी और दोनों के बीच इजराइली बंधकों की रिहाई और गाजा में मानवीय मदद पहुंचाने पर बातचीत हुई थी।
आतंकी हमलों की निंदा
पिछले साल नवंबर में हुए वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ के दूसरे समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भारत ने पहले भी 7 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले की निंदा की थी। उन्होंने कहा, “हमने हमेशा बातचीत और कूटनीति से मामले सुलझाने पर जोर दिया है। हम इजराइल-हमास की लड़ाई में नागरिकों की मौत होने की निंदा करते हैं।”