न्यूयॉर्क, अमेरिका: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को न्यूयॉर्क में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की। यह बैठक न्यूयॉर्क स्थित लोटे न्यूयॉर्क पैलेस होटल में हुई, जहां दोनों नेताओं ने इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर गंभीर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और फिलिस्तीनी लोगों के प्रति भारत के निरंतर समर्थन को दोहराया।
शांति और स्थिरता के लिए भारत का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने इजराइल-फिलिस्तीन विवाद के समाधान के लिए कूटनीति और वार्ता पर जोर देते हुए कहा कि युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई से ही शांति स्थापित हो सकती है। उन्होंने दो-राष्ट्र समाधान को क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता लाने का एकमात्र तरीका बताया। भारत, जो फिलिस्तीन को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक है, ने संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीन की पूर्ण सदस्यता के लिए अपने निरंतर समर्थन को दोहराया।
आतंकी हमले की निंदा और भारत की संतुलित नीति
प्रधानमंत्री मोदी ने 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी, और वह इस हमले की आलोचना करने वाले शुरुआती वैश्विक नेताओं में से एक थे। हालांकि, भारत ने गाजा में बढ़ती हिंसा और मानवीय संकट पर भी अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है। भारत की नीति इजराइल और फिलिस्तीन के बीच संतुलित दृष्टिकोण पर आधारित है, जो शांति की ओर बढ़ने की प्रक्रिया में दोनों पक्षों के हितों का सम्मान करती है।
मानवीय सहायता के माध्यम से भारत की प्रतिबद्धता
भारत ने गाजा के लोगों के प्रति अपनी मानवीय सहायता जारी रखी है। जुलाई 2024 में, भारत ने वर्ष 2024-25 के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) को 2.5 मिलियन डॉलर की पहली किस्त जारी की, जो फिलिस्तीन शरणार्थियों की मदद करती है। यह कदम भारत की फिलिस्तीनी लोगों के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसे भारत कई दशकों से बनाए हुए है।
कुवैत के क्राउन प्रिंस और नेपाली प्रधानमंत्री से द्विपक्षीय बैठकें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में अन्य महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। उन्होंने कुवैत के क्राउन प्रिंस शेख सबा खालिद अल-हमद अल-मुबारक अल-सबाह से मुलाकात की, जहां दोनों नेताओं ने भारत और कुवैत के बीच ऐतिहासिक संबंधों और बढ़ते आपसी सहयोग की समीक्षा की। दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा और आपसी संपर्क को और मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से भी मुलाकात की। इस द्विपक्षीय बैठक में भारत-नेपाल बहुआयामी साझेदारी को मजबूत करने पर विचार-विमर्श हुआ। दोनों नेताओं ने ऊर्जा, व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं पर चर्चा की, जो सदियों पुराने भारत-नेपाल संबंधों को और विस्तारित करेगा।