नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद (Cabinet Meeting) की एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओजेके) में भारत द्वारा की गई दंडात्मक सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के बाद की पहली बैठक होगी।
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक के दौरान मंत्रियों को ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, निष्पादन और इसके नतीजों पर विस्तृत जानकारी दी जा सकती है। रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) द्वारा एक गोपनीय प्रस्तुति भी दी जा सकती है।

सरकार की वर्षगांठ के कार्यक्रमों को लेकर भी बनेगी रणनीति
बैठक में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ के अवसर पर देशभर में आयोजित होने वाले भाजपा के जनसंपर्क अभियानों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। मंत्रियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे जनता के बीच जाकर केंद्र सरकार की उपलब्धियों और नई सुरक्षा नीति पर संवाद स्थापित करें।
प्रधानमंत्री मोदी खुद बैठक में अपने शासन की प्रमुख उपलब्धियों – जैसे बुनियादी ढांचा विकास, डिजिटल इंडिया, आतंकवाद के विरुद्ध कठोर नीति, और विदेश नीति में भारत की मजबूती – पर प्रकाश डाल सकते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की ‘न्यू नार्मल’ सुरक्षा नीति की मिसाल
ऑपरेशन सिंदूर हाल ही में पीएम मोदी के कई भाषणों का केंद्रीय विषय रहा है। इस कार्रवाई के तहत भारतीय सेना ने पीओजेके और पाकिस्तान के अंदर नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिनमें आतंकी प्रशिक्षण शिविर, लॉन्च पैड्स और रसद केंद्र शामिल थे। इसके साथ ही पाकिस्तान के दो प्रमुख सैन्य ठिकानों – जिनमें एक एयरबेस भी शामिल है – पर भी प्रभावी जवाबी कार्रवाई की गई।

प्रधानमंत्री ने इस ऑपरेशन को भारत की सुरक्षा नीति में “न्यू नार्मल” का प्रतीक बताया है और कहा है कि अब भारत आतंकवाद को उसकी भाषा में जवाब देने को तैयार है।
विदेश में गए प्रतिनिधिमंडल से प्रधानमंत्री लेंगे फीडबैक
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में भारत सरकार द्वारा 33 देशों में भेजे गए सांसदों और राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल अब लौट रहे हैं। इन प्रतिनिधिमंडलों ने विभिन्न सरकारों, थिंक टैंक्स और बुद्धिजीवियों से औपचारिक और अनौपचारिक बातचीत कर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद (Pakistan Sponsored Terrorism) की सच्चाई से उन्हें अवगत कराया।