मैदुगुरी, नाइजीरिया: उत्तर मध्य नाइजीरिया के पठारी राज्य में हथियारबंद आतंकवादियों ने एक दूरदराज के गांव पर हमला कर 40 ग्रामीणों की हत्या कर दी और कई घरों को जला दिया। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, हमलावरों ने जुराक गांव में अंधाधुंध गोलीबारी की और फिर भागने से पहले कई घरों में आग लगा दी।
इस घटना की अभी तक किसी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, इस क्षेत्र में लंबे समय से चरवाहों और किसानों के बीच संघर्ष चल रहा है, जिसके कारण अक्सर हिंसक झड़पें होती हैं।
हिंसा का कारण
पठारी राज्य में संघर्ष का मुख्य कारण संसाधनों के लिए प्रतिस्पर्धा है, खासकर पानी और चरागाहों के लिए। खानाबदोश चरवाहों और स्थानीय किसानों के बीच जमीन के उपयोग को लेकर भी तनाव होता रहा है। इन विवादों ने हिंसक झड़पों को जन्म दिया है, जिसमें पिछले कुछ वर्षों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं।
जुराक गांव पर हमला
जुराक गांव पर हमला सोमवार रात को हुआ, जब हथियारबंद लोग मोटरसाइकिलों पर सवार होकर गांव में घुस आए। उन्होंने घरों पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया और फिर आग लगा दी।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हमलावरों ने निर्दयतापूर्वक लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। एक ग्रामीण ने बताया कि “उन्होंने बिना किसी भेदभाव के सभी को गोली मार दी। मैं भाग्यशाली था कि मैं किसी तरह बच पाया।”
पुलिस की प्रतिक्रिया
पठार राज्य के पुलिस प्रवक्ता अल्फ्रेड अलाबो ने बताया कि सुरक्षा बलों ने हमलावरों के साथ मुठभेड़ की, जिसमें 7 हमलावर मारे गए। उन्होंने यह भी कहा कि भाग रहे हमलावरों ने 9 अन्य ग्रामीणों की हत्या कर दी और कई घरों को जला दिया।
पुलिस ने अभी तक इस घटना की जांच शुरू कर दी है और हमलावरों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही है।
प्रतिक्रियाएं
इस नरसंहार की स्थानीय लोगों और मानवाधिकार समूहों ने निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने इस घटना को “भयानक” बताया है और तत्काल जांच की मांग की है।
यह घटना नाइजीरिया में बढ़ती हिंसा की एक और याद दिलाती है। देश उत्तरी क्षेत्र में इस्लामिक आतंकवाद, दक्षिण-पूर्व में अलगाववादी विद्रोह और मध्य क्षेत्र में आपराधिक गिरोहों की हिंसा सहित कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है।