चिड़ावा, 22 मार्च 2025: चिड़ावा नगरपालिका से जुड़ा भ्रष्टाचार का बड़ा मामला आज सुर्खियों में है। डीएसएम हॉस्पिटल संचालक डॉ देवेन्द्र चाहर ने आरोप लगाया है कि द्वारा संचालित डीएसएम हॉस्पिटल के लिए फायर सेफ्टी एनओसी के ऐवज में 35 लाख ₹ की रिश्वत मांगी जा रही है।
डॉ देवेन्द्र चाहर ने आज चिड़ावा तहसीलदार कमलदीप पूनिया को ज्ञापन देकर नगरपालिका द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है। ज्ञापन देने के बाद डॉ चाहर ने मीडिया को बताया कि नगरपालिका में डीएसएम हॉस्पिटल की फायर सेफ्टी एनओसी के लिए आवेदन किया गया था, जिसे जारी करने के लिए 35 लाख रुपए की मांग की जा रही है। रिश्वत नहीं दिए जाने पर फायर एनओसी नहीं जारी करने तथा हॉस्पिटल की रिन्यूएबल बिल्डिंग को ध्वस्त किए जाने की धमकी दी जा रही है।

डॉ देवेन्द्र चाहर ने भ्रष्टाचार के इस प्रकरण में ईओ रोहित मील और नगरपालिका के ही वरिष्ठ सहायक संजय कुमार पर रिश्वत की मांग करने के आरोप लगाए हैं।
विधायक प्रत्याशी राजेश दहिया ने भी की शिकायत
पिलानी से विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे राजेश दहिया ने भी उपखण्ड अधिकारी को लिखित शिकायत देते हुए नगरपालिका में भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। राजेश दहिया ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि उप जिला अस्पताल चिड़ावा में स्थित पार्क में सुविधा क्षेत्र से मास्टर प्लान के विपरीत जाकर व्यावसायिक पट्टा जारी किया गया है, जो कि उच्च न्यायालय के आदेश की स्पष्ट अवहेलना है।
ईओ मील ने बताया आरोपों को निराधार
भ्रष्टाचार के आरोपों पर जब नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी रोहित कुमार मील से बात की गई तो उन्होंने मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि डीएसएम हॉस्पिटल के संचालक द्वारा जो दावे फायर एनओसी पर भ्रष्टाचार को लेकर किए जा रहे हैं, वो पूरी तरह भ्रामक और निराधार हैं। इनके द्वारा 3 दिन पहले ही फायर एनओसी के लिए आवेदन किया गया है, जिसे प्रक्रिया में ले लिया गया है। ईओ मील ने बताया कि यह मामला दरअसल डीएसएम हॉस्पिटल की फायर एनओसी नहीं, बल्कि हॉस्पिटल संचालक डॉ देवेन्द्र चाहर द्वारा नियम विरुद्ध बनवाए जा रहे नर्सिंग कॉलेज की निर्माण स्वीकृति से जुड़ा है। पिलानी रोड़ पर नर्सिंग कॉलेज के जीरो सेट बैक निर्माण को नियमानुसार स्वीकृति नहीं दी जा सकती। यही वजह है कि यह पूरा प्रोपेगैंडा रचा गया है। नगरपालिका द्वारा इस सारे मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
”उपचार” प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में दिया ज्ञापन
डॉ देवेन्द्र चाहर ने राजस्थान में प्राइवेट क्लिनिक एवं अस्पतालों के संगठन “उपचार” की राज्य स्तरीय एक्जीक्यूटिव कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कमलचंद सैनी के नेतृत्व में यह ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। ज्ञापन में एसडीएम से इस प्रकरण की जांच के साथ ही नगरपालिका से जुड़े अन्य मामलों की जांच की मांग भी की गई है।

ये रहे मौजूद
ज्ञापन देने वालों में रामगोपाल मिश्र, बाबूलाल वर्मा, राजेंद्र पाल कोच, पूर्व पार्षद रविकांत शर्मा, मेहर कटारिया, सुरेश भूकर, विकास पायल, अजीत मुरादपुरिया, रमेश स्वामी, अंकित भगेरिया,राजेश कुमावत, विक्रम सिंह, अशोक शर्मा, मदन डारा, रामावतार कुल्हरी, डॉ बी.एल. वर्मा, अनुज भगेरिया, पार्षद गंगाधर सैनी, मोहित तामड़ायत आदि शामिल थे।