नई दिल्ली: डिजिटल इंडिया के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। वैश्विक प्रौद्योगिकी दिग्गज गूगल (अल्फाबेट इंक) ने भारत में एक विशाल निवेश की घोषणा की है। कंपनी आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर में एक गीगावाट (1 गीगावाट) का अत्याधुनिक डेटा सेंटर और उससे संबंधित पावर इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने जा रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में कुल 6 अरब डॉलर का भारी-भरकम निवेश किया जाएगा, जो भारतीय मुद्रा में लगभग 51,000 करोड़ रुपये के बराबर है।
रिपोर्ट्स में यह भी बताया गया है कि इस निवेश का एक बड़ा हिस्सा (2 बिलियन डॉलर) डेटा सेंटर को चलाने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) के विकास पर खर्च किया जाएगा। अक्टूबर 2025 में इसकी आधिकारिक घोषणा होने की संभावना भी जताई गई है।
यह परियोजना भारत में गूगल का अब तक का पहला और इस तरह का सबसे बड़ा निवेश है। इसकी भंडारण क्षमता इतनी विशाल होगी कि इसे एशिया के सबसे बड़े डेटा सेंटरों में से एक माना जा रहा है। इस मेगा डेटा सेंटर के स्थापित होने से न केवल भारत की डिजिटल भंडारण क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी, बल्कि यह देश के तकनीकी बुनियादी ढांचे को भी मजबूती प्रदान करेगा।
इस विशाल निवेश के बाद, विशाखापत्तनम एक प्रमुख डेटा हब के रूप में उभर सकता है। यह कदम भारत में तकनीकी विकास और डिजिटल सेवाओं के विस्तार को एक नई दिशा देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह निवेश भारत को वैश्विक डेटा सेंटर मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान दिलाएगा और भविष्य की तकनीकी जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।