चिड़ावा : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले पांच दिन से धरने पर बैठे राशन डीलरों ने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है। सरकार की ओर से कोई सुनवाई नहीं होने पर हताश डीलरों ने सोमवार को धरना स्थल पर सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया।
क्या हैं राशन डीलरों की मांगें?
राशन डीलर अपनी इन मांगों को लेकर अड़े हुए हैं:
- प्रतिमाह 30 हजार रुपए मानदेय
- दो प्रतिशत छीजत का प्रावधान
- बकाया कमीशन का भुगतान
सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश
सद्बुद्धि यज्ञ के माध्यम से डीलरों ने सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है। उनका मानना है कि इस तरह के धार्मिक आयोजन से सरकार उनकी मांगों पर गौर करेगी।
आगे क्या होगा?
अभी तक सरकार की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है। ऐसे में आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज होने की संभावना है। राशन डीलरों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
जनता पर पड़ रहा असर
राशन डीलरों की हड़ताल से आम जनता को भी परेशानी हो रही है। राशन की दुकानें बंद होने से लोगों को खाद्यान्न खरीदने में मुश्किल हो रही है।
सरकार की चुप्पी
इस पूरे मामले पर सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार इस मामले को कैसे संभालती है।
आंदोलन में शामिल रहे ये लोग
धरने व सद्बुद्धि यज्ञ में तहसील अध्यक्ष गजेंद्र शर्मा, ग्रामीण अध्यक्ष महावीर प्रसाद, जिला संयोजक सुरजीत पचार, आत्माराम शर्मा, बाबूलाल फौजी, आत्मा राम सैनी, सुरजीत, विश्वेशर लाल शर्मा, रामनिवास सुलताना, नागर सरपंच बुडानिया, यूनुस खान नरहड़, नितेश ओजटू, राकेश अरडावता, दरिया सिंह मालूपुरा, भीम सिंह मेहरामपुर, महावीर सेखपुरा, बजरंग लाल, प्रेमलता चिड़ावा, सुशील, लीगल एडवाइजर एडवोकेट संदीप शर्मा सहित बड़ी संख्या में राशन डीलर मौजूद रहे।