चिड़ावा, 2 मई 2025: शहर की मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण की समस्या दिन-ब-दिन विकराल रूप लेती जा रही है। दुकानदारों और ठेलेवालों द्वारा सार्वजनिक सड़कों पर कब्जा जमाने के चलते आमजन को पैदल चलने में भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, इस गंभीर मुद्दे को लेकर नगर पालिका प्रशासन और उपखंड प्रशासन की लापरवाही से लोगों में गहरा आक्रोश है।
पुलिस वाहन भी फंसा, कांस्टेबल को करनी पड़ी मशक्कत
बुधवार को एक ऐसी ही घटना ने प्रशासन की निष्क्रियता की पोल खोल दी जब एक पुलिस वाहन, जो किसी आवश्यक कार्य से जा रहा था, सड़कों पर फैले अतिक्रमण के कारण जाम में फंस गया। स्थिति इतनी जटिल हो गई कि पुलिस कांस्टेबल को वाहन निकालने के लिए खुद हस्तक्षेप करना पड़ा। सड़क के दोनों ओर अवैध रूप से खड़े वाहनों और रेहड़ियों ने मार्ग को पूरी तरह जाम कर रखा था।

जन जागरूकता के बावजूद प्रशासन उदासीन
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर पालिका प्रशासन और उपखंड अधिकारी को ज्ञापन व शिकायतें देकर इस समस्या से अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। यह स्थिति पिछले एक वर्ष से बनी हुई है, जब से अतिक्रमण हटाने का अभियान ठप पड़ा हुआ है।
रेहड़ियों और वाहनों ने सड़कों को बना दिया बाजार
चिड़ावा की प्रमुख सड़कों—मुख्य बाजार, स्टेशन रोड, नेहरू चौक और सब्जी मंडी रोड—पर रेहड़ी-ठेले, दुकानों का बाहर फैला सामान और बेतरतीब वाहन खड़े रहने के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। स्कूली बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को चलना भी दूभर हो गया है।

अधिशाषी अधिकारी रोहित मील का बयान
नगर पालिका चिड़ावा के अधिशाषी अधिकारी रोहित मील ने कहा कि नगर पालिका जल्द ही विशेष अभियान चलाकर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने अतिक्रमणकारियों से अपील की है कि वे स्वयं ही अपने अतिक्रमण को हटा लें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि अतिक्रमण मुक्त चिड़ावा के लिए एक सुनियोजित योजना बनाई जा रही है।