प्रदेश में सर्दी बढ़ने के साथ ही कोहरे का असर भी बढ़ गया है। शीतलहर से लोगों की धूजणी छूट रही है। बीती रात से इस मौसम का सबसे घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे जन जीवन भी प्रभावित हुआ है। गाड़ियां अपने तय समय से विलम्ब से चल रही हैं, तो सड़कों पर वाहन भी रेंगते हुए नजर आ रहे हैं। कोहरे के चलते वाहन चालकों को दिन में भी गाड़ी की लाइटें ऑन रखनी पड़ रही है।
सवेरे ठंड के तेवर तीखे रहने से लोगों को ऊनी लबादों और अलाव का सहारा लेना पड़ा। लोगों ने सवेरे रजाईयों में दुबक कर चाय की चुस्कियां लेते दिन चढऩे के बाद ही दिनचर्या आरंभ की। व्यापारिक प्रतिष्ठान भी देरी से खुलने पर दैनिक क्रियाकलाप प्रभावित रहे। रात को घरों के बाहर खड़े वाहनों की छतों, सोलर प्लेटों, पेड़-लतिकाओं, खुले ग्राउंड, बाग-बगीचों में खिले फूलों, घास सब सवेरे ओस की बूंदों में भीगे देखे गए। आलम ये था कि शाम 7:30 बजे के बाद ही कोहरा छा गया था और सुबह 10:15 बजे तक भी सूरज के दर्शन नहीं हुए, और कोहरा छंटा नहीं था। अगले 2-3 घंटे तक कोहरा बरकरार रहने की संभावना है।
ठंड और कोहरे के चलते दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्र के काश्तकारों को सब्जियां आदि शहर तक पहुंचाने में परेशानियां झेलनी पड़ रही है। वहीं खेतों में खड़ी फसल पर पाला पडऩे की चिंता भी किसानों को सताने लगी है। ठंड के तेवर तीखे रहने से आज सवेरे वाहनचालकों को वाहन स्टार्ट करने में भी जदोजहद करनी पड़ी।
मौसम विभाग ने भी झुंझुनू जिले के लिए कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया हुआ है। अगले 3-4 दिन मौसम इसी तरह का रहने की संभावना है।