कानपुर, 22 सितंबर 2024: दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर एक बड़ी दुर्घटना को लोको पायलट की सतर्कता से टाल दिया गया। महाराजपुर के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास रेल ट्रैक पर एक छोटा गैस सिलेंडर रखा हुआ पाया गया, जिससे ट्रेन पलटने की साजिश का संदेह हो रहा है। इस घटना के दौरान लोको पायलट ने समय रहते सिलेंडर को ट्रैक पर देखकर ट्रेन को रोक दिया, जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
इस घटना में जिस ट्रेन को निशाना बनाया गया, वह एक मालगाड़ी थी, जो लूप लाइन से कानपुर से प्रयागराज की तरफ जा रही थी। लोको पायलट की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई ने सैकड़ों यात्रियों की जान बचाई। पुलिस और रेलवे अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। प्राथमिक जांच में इस घटना को संदिग्ध गतिविधि के रूप में देखा जा रहा है, और इसका उद्देश्य ट्रेन को पटरी से उतारने का हो सकता है।
घटनास्थल पर जांच और पुलिस की कार्रवाई
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह घटना रविवार सुबह की है, जब महाराजपुर के पास प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के समीप ट्रैक पर एक गैस सिलेंडर रखा हुआ पाया गया। लोको पायलट की नजर इस पर पड़ी और उन्होंने ट्रेन को रोकने में सफल रहे। तुरंत बाद स्थानीय पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को सूचित किया गया। पुलिस ने घटनास्थल को घेर लिया और सिलेंडर को ट्रैक से हटा दिया। इसके बाद सिलेंडर की जांच की गई और इसके पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए आसपास के क्षेत्रों में छानबीन की जा रही है। फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह शरारती तत्वों की हरकत थी या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा।
पूर्व की घटनाएं: पनकी में साबरमती एक्सप्रेस का हादसा
इससे पहले भी कानपुर के पनकी औद्योगिक क्षेत्र में एक बड़ा रेल हादसा हो चुका है। अगस्त माह में साबरमती एक्सप्रेस का इंजन और उसकी 20 बोगियां पटरी से उतर गई थीं, जिसके बाद रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे थे। हालांकि, इस घटना में भी किसी प्रकार की जानमाल की हानि नहीं हुई थी, लेकिन इसे रेलवे की सुरक्षा प्रणाली में बड़ी खामी के रूप में देखा गया था। अब प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास गैस सिलेंडर रखने की घटना से रेलवे की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर फिर से प्रश्नचिह्न लग गए हैं।