नई दिल्ली: देशभर में रमजान के आखिरी जुमा यानी अलविदा की नमाज को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस बीच, उत्तर प्रदेश के संभल में प्रशासन ने सड़कों और छतों पर नमाज अदा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस फैसले को लेकर विरोध भी सामने आ रहा है। AIMIM के दिल्ली अध्यक्ष शोएब जमई ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कड़ा बयान दिया है।

शोएब जमई का बयान
शोएब जमई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “जब भंडारे, कांवड़ यात्रा और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के लिए सड़कें और हाईवे बंद किए जा सकते हैं, तो मुस्लिम सड़कों पर नमाज क्यों नहीं पढ़ सकते?” उन्होंने कहा कि दिल्ली में ईद की नमाज को लेकर कुछ नेता गलत बयानबाजी कर रहे हैं। जमई ने कहा कि दिल्ली सबकी है और यहां ईद की नमाज मस्जिदों, ईदगाहों और जरूरत पड़ने पर सड़कों पर भी अदा की जाएगी। उन्होंने प्रशासन को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की अपील की।
भाजपा के कुछ बड़बोले नेता दिल्ली में ईद की नमाज को लेकर ग़लत बयान बाजी कर रहे हैं। उनको मालूम होना चाहिए कि यह संभल या मेरठ नहीं , दिल्ली है, हां सबकी दिल्ली.
— Dr. Shoaib Jamai (@shoaibJamei) March 28, 2025
यहां ईद की नमाज भी होगी और अगर मस्जिद में जगह कम पड़ जाए तो सड़क पर भी होगी. ईदगाहों और अपने घर के छत पर भी होगी 🫵
कावड़…
प्रशासन का आदेश और विरोध
संभल प्रशासन ने साफ निर्देश जारी किए हैं कि अलविदा और ईद की नमाज सड़कों या छतों पर नहीं पढ़ी जाएगी। भीड़भाड़ और संभावित दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह आदेश जारी किया गया है। जिले की मस्जिदों में दो बार नमाज पढ़ाने की व्यवस्था की गई है।
मेरठ पुलिस ने भी सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि यदि कोई व्यक्ति सड़क पर नमाज अदा करता है तो उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया जाएगा। पुलिस प्रशासन का कहना है कि यातायात बाधित होने और सुरक्षा कारणों के चलते यह निर्णय लिया गया है।

प्रशासन की दलील
संभल के एएसपी श्रीश चंद्र ने बताया कि छतों पर नमाज अदा करने से भीड़भाड़ के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं, सड़कों पर नमाज अदा करने से यातायात व्यवस्था बाधित होती है। प्रशासन ने इस समस्या के समाधान के लिए मस्जिदों में दो बार नमाज अदा करने का सुझाव दिया है।