Thursday, November 21, 2024
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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का सेना से विवाद: गाजा में सामरिक विराम पर असहमति

इजरायल-गाजा: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में सेना द्वारा घोषित योजनाओं पर कड़ी नाराजगी जताई है। रविवार को इजरायली सेना ने गाजा की मुख्य सड़कों में से एक पर रोजाना सामरिक विराम रखने की घोषणा की थी, जिससे फिलिस्तीनी क्षेत्र में मदद पहुंचाई जा सके। इस घोषणा में केरेम शालोम क्रॉसिंग से सलाह अल-दीन रोड और फिर उत्तर की ओर के क्षेत्र में सुबह 5 बजे से दोपहर बाद 4 बजे तक दैनिक विराम रखने की बात कही गई थी।

प्रधानमंत्री नेतन्याहू की नाराजगी

एक इजरायली अधिकारी के अनुसार, जब प्रधानमंत्री नेतन्याहू को 11 घंटे के मानवीय विराम की रिपोर्ट मिली, तो उन्होंने अपने सैन्य सचिव की ओर रुख करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह निर्णय उनके लिए अस्वीकार्य है। हालांकि सेना ने यह स्पष्ट किया कि दक्षिणी गाजा में राफा में उनके सामान्य अभियान जारी रहेंगे, जहां शनिवार को 8 सैनिकों की मौत हो गई थी।

गठबंधन और सेना के बीच मतभेद

नेतन्याहू की इस प्रतिक्रिया ने गाजा में मानवीय सहायता के मुद्दे पर उनके राजनीतिक तनाव को उजागर किया है। अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने गाजा में बढ़ते मानवीय संकट की चेतावनी दी है। नेतन्याहू के सत्तारूढ़ गठबंधन में एक राष्ट्रवादी धार्मिक दल की अगुवाई करने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इटमार बेन-ग्वीर ने सामरिक विराम के विचार की कड़ी निंदा की है। बेन-ग्वीर ने इस निर्णय को मूर्खतापूर्ण बताते हुए संबंधित अधिकारी को नौकरी से हटाने की मांग की है।

सत्तारूढ़ गठबंधन में मतभेद

गाजा में युद्ध संचालन को लेकर सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों और सेना के बीच टकराव बढ़ रहा है। यह जंग अब नौवें महीने में प्रवेश कर चुकी है। यह विवाद पूर्व जनरल बेनी गैंट्ज़ द्वारा सरकार छोड़ने के एक हफ्ते बाद सामने आया है। गैंट्ज़ ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर गाजा में प्रभावी रणनीति न होने का आरोप लगाया था।

इजराइल के लोग नाराज

अति-रूढ़िवादी यहूदियों को सेना में भर्ती करने के कानून पर पिछले हफ्ते संसदीय मतदान में मतभेद खुलकर सामने आए थे। रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने पार्टी के आदेशों की अवहेलना करते हुए इसके खिलाफ वोट किया था। उन्होंने कहा था कि यह सेना की जरूरतों के लिए अपर्याप्त है। गठबंधन में शामिल धार्मिक दलों ने अति-रूढ़िवादी लोगों की भर्ती का कड़ा विरोध किया है, जिससे इजरायली जनता में नाराजगी बढ़ रही है।

अंतरराष्ट्रीय दबाव और युद्ध विराम

क्षेत्र में युद्ध विराम के लिए बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बावजूद, जंग को रोकने को लेकर अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है। 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर हमले के बाद से आठ महीने से अधिक समय बीत चुका है। इस हमले के बाद से इजरायली बलों ने फिलिस्तीन क्षेत्र में लगातार जमीनी हमला किया है।

फिलिस्तीनी हताहत और तबाही

फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस हमले के बाद से अब तक 37,000 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। वहीं, गाजा के अधिकांश हिस्से बुरी तरह नष्ट हो गए हैं। इजरायल के हमले में लगभग 1,200 इजरायली और इजरायली समुदायों में विदेशी लोग मारे गए हैं।

जनमत सर्वेक्षण और विरोध प्रदर्शन

जनमत सर्वेक्षणों से पता चलता है कि अधिकांश इजरायली हमास को नष्ट करने के सरकार के लक्ष्य का समर्थन करते हैं। हालांकि, गाजा में बंधक बनाए गए करीब 120 लोगों को वापस लाने में सरकार की विफलता के चलते व्यापक विरोध प्रदर्शन भी हो रहे हैं।

नवीनतम घटनाक्रम

मध्य गाजा पट्टी में अल-बुरीज शरणार्थी शिविर में दो हवाई हमलों में सात फिलिस्तीनी मारे गए। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, हवाई हमलों में दो घरों पर हमला किया गया।

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