इजराइल/लेबनान: मध्य पूर्व में इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच लगातार बढ़ रहे संघर्ष ने जंग की आशंका को जन्म दे दिया है। हाल ही में इजराइल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह के एक वरिष्ठ कमांडर की मौत हो गई। इस घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ गया है। लेबनान ने कहा है कि केवल वॉशिंगटन ही इस संघर्ष को समाप्त करने में मदद कर सकता है।
हिजबुल्लाह के कमांडर की मौत की पुष्टि
हिजबुल्लाह ने अपने शीर्ष कमांडर इब्राहिम कोबेसी की मौत की पुष्टि की है। कोबेसी, जो संगठन की मिसाइल और रॉकेट फोर्स का नेतृत्व कर रहे थे, दक्षिणी बेरूत में इजराइली हवाई हमले में मारे गए। इजराइल ने छह मंजिला इमारत की तीन मंजिलों को निशाना बनाया, जहां कोबेसी मौजूद थे। यह हमला एक सप्ताह के भीतर बेरूत पर इजराइल का तीसरा बड़ा हमला था।
इजराइली सेना का कहना है कि कोबेसी का संगठन इजराइल पर मिसाइल और रॉकेट दागने के लिए जिम्मेदार था। इसके साथ ही कोबेसी ने वर्ष 2000 में इजराइली सैनिकों के अपहरण और हत्या की साजिश भी रची थी। मौजूदा संघर्ष में कोबेसी हिजबुल्लाह के पहले सदस्य हैं जिन्हें मृत घोषित किया गया है।
इजराइल-हिजबुल्लाह संघर्ष की जड़ें
इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच यह टकराव नया नहीं है। हिजबुल्लाह, जिसे एक आतंकवादी संगठन के रूप में देखा जाता है, वर्षों से इजराइल के खिलाफ हिंसक गतिविधियों में संलग्न रहा है। इजराइल की सरकार ने बार-बार हिजबुल्लाह पर हमला करने की बात कही है, खासकर जब संगठन द्वारा इजराइल पर रॉकेट और मिसाइल हमले किए जाते हैं।
हाल के हफ्तों में दोनों पक्षों के बीच तनाव तेजी से बढ़ा है। इजराइल पर दागे गए रॉकेटों के जवाब में इजराइली सेना ने बेरूत में कई हवाई हमले किए। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह संघर्ष जारी रहा, तो यह पूरे मध्य पूर्व को जंग की आग में धकेल सकता है।
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का कड़ा संदेश
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हिजबुल्लाह आपको रसातल की ओर ले जा रहा है। जिसके भी लिविंग रूम में मिसाइल और गैरेज में रॉकेट होगा, उसका घर नहीं बचेगा।” नेतन्याहू का यह बयान हिजबुल्लाह के बढ़ते प्रभाव और उसके हमलों के जवाब में आया है।
क्षेत्रीय स्थिरता पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ता तनाव पूरे क्षेत्र में अस्थिरता फैला सकता है। अगर इस संघर्ष को जल्द ही नहीं रोका गया, तो यह न केवल इजराइल और लेबनान को बल्कि पूरे मध्य पूर्व को जंग के कगार पर खड़ा कर सकता है।