झुंझुनू जिले में 75% लाभार्थियों का सत्यापन पूरा, शेष को जल्द करवाना होगा ई-केवाईसी
झुंझुनू, 24 मार्च 2025: महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषाहार और अन्य सेवाएं प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों के आधार सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है। उपनिदेशक बिजेन्द्र सिंह राठौड़ ने जानकारी दी कि फेस रिकॉग्निशन और ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत पोषण ट्रैकर एप में लाभार्थी की फोटो अपलोड कर सत्यापन किया जाएगा।

सेवाओं से वंचित हो सकते हैं लाभार्थी
विभाग के अनुसार, झुंझुनू जिले में अब तक 75% लाभार्थियों का आधार सत्यापन सफलतापूर्वक किया जा चुका है। शेष लाभार्थियों को जल्द से जल्द अपना आधार सत्यापन पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। सत्यापन नहीं करवाने की स्थिति में पोषण सेवाएं बंद कर दी जाएंगी और लाभार्थी सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं उठा सकेंगे।
कैसे होगा सत्यापन?
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लाभार्थियों की फोटो पोषण ट्रैकर एप पर अपलोड करेंगी।
- फेस रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी के माध्यम से फोटो का सत्यापन होगा।
- इसके बाद ई-केवाईसी प्रक्रिया के तहत आधार कार्ड का सत्यापन किया जाएगा।
लाभार्थियों से अपील
राठौड़ ने बताया कि सभी पंजीकृत लाभार्थियों को आंगनवाड़ी केंद्र पर जाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क कर अपना सत्यापन पूरा कराना होगा। जल्द सत्यापन कराने पर ही वे सरकारी योजनाओं के लाभ प्राप्त कर सकेंगे।

जिला प्रशासन की सख्ती
जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि आधार सत्यापन में लापरवाही बरतने वालों को सेवाओं से वंचित किया जा सकता है। ऐसे में लाभार्थियों को जल्द से जल्द अपनी पहचान पुख्ता करने की सलाह दी गई है।