असम: असम सरकार ने राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) के लिए आवेदन को अनिवार्य करते हुए एक बड़ा निर्णय लिया है। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कैबिनेट बैठक के बाद घोषणा की कि जो लोग एनआरसी के लिए आवेदन नहीं करेंगे, उन्हें आधार कार्ड जारी नहीं किया जाएगा। यह निर्णय राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए लिया गया है।
एनआरसी और आधार कार्ड के लिए नया नियम
मुख्यमंत्री सरमा ने स्पष्ट किया कि आधार कार्ड के लिए आवेदन करने वालों को एनआरसी में आवेदन का प्रमाण देना होगा। यदि आवेदक या उसके परिवार ने एनआरसी के लिए आवेदन नहीं किया है, तो उनका आधार आवेदन खारिज कर दिया जाएगा। हालांकि, यह नियम केंद्र सरकार के कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा।
राज्य सरकार के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट को आधार आवेदकों के वेरिफिकेशन का कार्य सौंपा गया है। हर जिले में एक अतिरिक्त जिला आयुक्त इस प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।
आधार प्रक्रिया के लिए SOP लागू
कैबिनेट द्वारा स्वीकृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत:
- प्रारंभिक आवेदन यूआईडीएआई से राज्य सरकार को भेजा जाएगा।
- वेरिफिकेशन के बाद सर्किल ऑफिसर यह पुष्टि करेंगे कि आवेदक ने एनआरसी के लिए आवेदन किया है या नहीं।
- सभी दस्तावेजों का सत्यापन 45 दिनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा और ऑनलाइन तरीके से यूआईडीएआई को वापस भेजा जाएगा।
एनआरसी और आधार विवाद
असम में अंतिम एनआरसी सूची 31 अगस्त 2019 को जारी की गई थी। इसमें 19,06,657 लोग बाहर रह गए थे। कुल 3,30,27,661 आवेदकों में से 3,11,21,004 नाम सूची में शामिल किए गए। हाल ही में, मुख्यमंत्री सरमा ने चार जिलों में आबादी से अधिक आधार आवेदनों की शिकायत की थी।
जिलों में अनुपात:
- बारपेटा: 103.74%
- दुबरी: 103%
- मोरिगांव और नगांव: 101%
इस स्थिति को फर्जीवाड़े की आशंका के रूप में देखा गया। आधार आवेदन के साथ एनआरसी आवेदन की रसीद नंबर अनिवार्य करने का निर्णय इसी संदर्भ में लिया गया।
बांग्लादेशी घुसपैठ चिंता का विषय
मुख्यमंत्री सरमा ने बताया कि असम पुलिस, त्रिपुरा पुलिस और बीएसएफ ने हाल के महीनों में बांग्लादेश से घुसपैठ की कई कोशिशों को विफल किया है। अगस्त में असम पुलिस ने बदरपुर रेलवे स्टेशन से दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए लोगों की पहचान मासूम खान और सोनिया अख्तर के रूप में हुई। ये दोनों क्रमशः मॉडलगंज थाना क्षेत्र और ढाका से संबंधित थे।