सूरजगढ़, 24 अप्रैल 2025: कस्बे की प्रमुख 80 फीट चौड़ी सड़क, जो घलडू चौराहे से शुरू होकर बुहाना फाटक तक जाती है, पर दो तिराहे और एक चौराहा मौजूद हैं, जहां यातायात की अत्यधिक भीड़ के बावजूद कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है। इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही, मिट्टी व गड्ढों की भरमार और आवारा पशुओं की मौजूदगी के चलते हादसों का खतरा बना हुआ है।
बस स्टैंड तिराहा: विद्यार्थियों का दिनभर आना-जाना, रफ्तार से दौड़ते वाहन
बरासिया कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने स्थित तिराहा, जहां सूरजगढ़ का बस स्टैंड भी है, विद्यार्थियों का दिनभर आना-जाना लगा रहता है। यह क्षेत्र अत्यधिक भीड़भाड़ वाला है। इसके बावजूद यहां तेज रफ्तार से दौड़ते वाहन खतरे को आमंत्रण देते रहते है।
मंडी मोड़: दो बैंक, सब्जी मंडी और भीड़, फिर भी नहीं सुरक्षा इंतजाम
दूसरा प्रमुख तिराहा मंडी मोड़ पर है, जो चिड़ावा रोड के नाम से जाना जाता है। इस स्थान पर दो निजी बैंक, सब्जी विक्रेताओं की दुकानें, ई-मित्र सेवा केंद्र और आसपास के गांवों को जोड़ने वाली बसों का रुकाव होता है। यहां से सूरजगढ़, चिड़ावा, बुहाना और सतनाली की ओर जाने वाली अधिकांश बसें गुजरती हैं। भारी ट्रैफिक के बावजूद ब्रेकर न होने से आए दिन जोखिम बना रहता है।
कट के पास गड्ढा: राहगीरों के लिए परेशानी, व्यापारियों में आक्रोश
झाझड़िया बीज भंडार व ज्ञान कुंज कॉलेज के सामने वाली गली में स्थित कट के पास बड़ा गड्ढा राहगीरों के लिए दुर्घटना का कारण बन रहा है। वहीं, डिवाइडर के बीच भरी पड़ी मिट्टी और आवारा पशुओं का गोबर न सिर्फ रास्ता अवरुद्ध करता है, बल्कि दुकानदारों के लिए भी परेशानी खड़ी करता है।
धूल-मिट्टी से व्यापारी त्रस्त, बीमारी का डर
स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि दिनभर वाहनों की तेज आवाजाही से धूल-मिट्टी उड़ती रहती है, जो उनकी दुकानों में जाकर जमा हो जाती है। इससे बदबू फैलती है और बीमारियों का खतरा बना रहता है। आरोप है कि नगर परिषद द्वारा नियुक्त सफाईकर्मी सुबह झाड़ू लगाने के बाद सड़क की मिट्टी को डिवाइडर के बीच डाल देते हैं, जिससे समस्या और अधिक बढ़ जाती है।
स्थानीय निवासियों की मांग
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मार्ग पर उचित स्थानों पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं, गड्ढों की मरम्मत की जाए, डिवाइडर की सफाई की नियमित व्यवस्था हो और पशुओं की रोकथाम के लिए उपाय किए जाएं। साथ ही उन्होंने अनुरोध किया कि यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए यातायात पुलिस की नियमित तैनाती की जाए।