नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम को लेकर बीते कुछ दिनों से मीडिया में फैली अफवाहों पर भारतीय सेना ने सख्त और स्पष्ट रुख अपनाते हुए बयान जारी किया है। सेना ने बताया कि कुछ मीडिया हाउस यह दावा कर रहे थे कि भारत-पाक के बीच संघर्षविराम समझौता आज समाप्त हो रहा है, जो पूरी तरह भ्रामक और तथ्यहीन है।
सेना ने कहा कि “भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम को लेकर जो समझौता हुआ था, वह अनिश्चितकाल के लिए लागू है। उसकी कोई समाप्ति तिथि निर्धारित नहीं की गई है।”

DGMO वार्ता की खबरों पर भी सफाई
भारतीय सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ संस्थानों द्वारा यह भी प्रचारित किया जा रहा है कि आज भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) के बीच उच्चस्तरीय बातचीत होने वाली है, जबकि ऐसी कोई वार्ता आज के लिए निर्धारित नहीं है।
सेना ने मीडिया और जनता से अपील की है कि वे अधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें और अफवाहों से बचें।
12 मई की DGMO बातचीत का संदर्भ
भारतीय सेना ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि 12 मई 2025 को भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच हुई बातचीत में संघर्षविराम बनाए रखने पर सहमति बनी थी। इस समझौते में किसी प्रकार की समाप्ति तिथि का उल्लेख नहीं था।
इसका मतलब यह है कि दोनों देशों की सेनाएं नियंत्रण रेखा (LoC) और अन्य संवेदनशील सीमाओं पर पहले की तरह संघर्षविराम का पालन करती रहेंगी।

मामले की पृष्ठभूमि: अफवाहें कैसे फैलीं?
हाल ही में कुछ न्यूज चैनलों और सोशल मीडिया पर यह भ्रामक खबरें प्रसारित की जा रही थीं कि भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर समाप्त हो रहा है और दोनों देशों के DGMO में नई बातचीत होने जा रही है। इससे न केवल जनता में भ्रम की स्थिति बनी, बल्कि सीमा क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों में भी आशंका उत्पन्न हो गई।