झुंझुनूं: जिले की पुलिस ने साइबर क्राइम के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए बगड़, मंडावा, सिंघाना, मण्ड्रेला और गोठड़ा थाना क्षेत्रों से कुल 15 संदिग्ध खाताधारकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी अपने बैंक खाते किराए पर देकर साइबर ठगी और धोखाधड़ी में संलिप्त पाए गए। पुलिस की इस कार्रवाई ने साइबर अपराधियों पर नकेल कस दी है।
बगड़ थाना पुलिस की कार्रवाई

बगड़ थाना अधिकारी चंद्रभान के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में सात खाताधारकों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि सचिन गर्वा, शिवम जांगिड, देव बुंदेला, अभिषेक, अभिषेक योगी, बंटी और अजय ने अपने बैंक खाते किराये पर देकर साइबर अपराधियों को सहयोग किया। पुलिस टीम ने सभी आरोपियों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ शुरू कर दी है।
मंडावा थाना पुलिस की कार्रवाई

मंडावा थाना पुलिस ने साइबर अपराध में शामिल एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया। विजय कुमार कुमावत अपने खाते को साइबर अपराधियों को किराए पर देता पाया गया। आरोपी के खिलाफ धारा 170 बीएनएसएस के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
सिंघाना थाना पुलिस की कार्रवाई

सिंघाना थाना पुलिस ने चार संदिग्ध खाताधारकों को पकड़ा। इनमें विकास, रोनक, नितेश नेहरा और प्रमेन्द्र शामिल हैं। पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने मामूली रकम के लिए अपने बैंक खाते साइबर फ्रॉड में उपयोग करने के लिए उपलब्ध करवाए थे।
मण्ड्रेला थाना पुलिस की कार्रवाई

मण्ड्रेला थाना पुलिस ने पिलानी रोड निवासी रोहिताश कुमार को गिरफ्तार किया। वह भी अपना खाता किराए पर देकर साइबर अपराधियों की मदद कर रहा था। आरोपी से गहन पूछताछ जारी है।
गोठड़ा थाना पुलिस की कार्रवाई
गोठड़ा थाना पुलिस ने परसरामपुरा निवासी सुरेन्द्र कुमावत और विकास को पकड़ा। दोनों आरोपियों पर आरोप है कि उन्होंने अपने खाते साइबर धोखाधड़ी में इस्तेमाल के लिए किराए पर दिए थे। पुलिस ने दोनों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से साइबर अपराधियों में खौफ
झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेंद्र सिंह राजावत के मार्गदर्शन में इस अभियान को अंजाम दिया गया। वृत अधिकारियों हरिसिंह धायल, नोपाराम भाकर, विकास धींधवाल और राजवीर सिंह के सुपरविजन में की गई इस कार्रवाई में कई थाना प्रभारियों और टीम सदस्यों ने मिलकर काम किया।





