चिड़ावा, 15 मई 2025: क्षेत्र के गांव खुडानिया में एक दर्दनाक हादसे में 30 वर्षीय युवक की करंट लगने से मौत हो गई। हादसे के बाद ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
जानकारी के अनुसार खुडानिया निवासी प्रवीण सिंह (उम्र 30 वर्ष), पुत्र कुंदन सिंह, गुरुवार रात लगभग 9 बजे अपने खेत से घर लौट रहा था। रास्ते में सड़क किनारे लगी विद्युत वितरण डीपी (डिस्ट्रीब्यूशन प्वाइंट) से निकले हुए एक खुले तार से उसका हाथ छू गया, जिससे उसे तेज करंट लगा और मौके पर ही उसकी मृत्यु हो गई।

घटना का पता शुक्रवार सुबह तब चला जब पड़ोस में रहने वाले लोग घर से बाहर निकले और प्रवीण को बेसुध अवस्था में देखा। सूचना मिलते ही परिजन और आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए।
घटना की सूचना मंड्रेला थाना को दी गई, जिसके बाद एएसआई रामसिंह, बीट कांस्टेबल मनोज कुमार और हेमराज मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
गांव के लोगों ने बिजली विभाग पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए शव को उठाने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि यदि समय रहते विभाग ने डीपी की स्थिति की जांच कर ली होती या तारों की मरम्मत की गई होती, तो यह जानलेवा हादसा टल सकता था।
ग्रामीणों व परिजनों ने शव उठाने से इंकार कर दिया है। परिजनों की मांग है कि मृतक के आश्रितों को सरकारी नौकरी व पचास लाख का मुआवजा दिया जाए तथा दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए।
प्रवीण के बड़े भाई जोगिंदर सिंह ने बताया कि परिवार को लगा था कि वह रात खेत पर ही रुका होगा, लेकिन सुबह पांच बजे पड़ोसियों से हादसे की सूचना मिली। प्रवीण की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह विवाहित था और उसके तीन छोटे बच्चे हैं – दो बेटियां जिनकी उम्र क्रमशः 8 और 6 साल है, तथा एक 3 साल का बेटा।

प्रवीण खेती और मजदूरी कर के अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। उसकी असमय मौत से परिवार का आर्थिक आधार छिन गया है। ग्रामीणों की मांग है कि बिजली विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर लापरवाही का मामला दर्ज कर उचित मुआवजा दिया जाए।
घटना के बाद गांव में शोक का माहौल है और लोग पीड़ित परिवार के साथ संवेदना प्रकट कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया गया है, जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।