करनाल, हरियाणा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में शहीद हुए भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार के लिए हरियाणा सरकार ने बड़ी घोषणा की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को कहा कि शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि परिवार के जिस सदस्य को माता-पिता चाहेंगे, उसे सरकार की नीति के तहत नौकरी प्रदान की जाएगी।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में निहत्थे पर्यटकों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसमें करनाल निवासी 26 वर्षीय लेफ्टिनेंट विनय नरवाल वीरगति को प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस हमले को “कायरतापूर्ण कृत्य” करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश में शांति व सुरक्षा बनाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान नागरिकों को हर हाल में रविवार शाम तक प्रदेश छोड़ना होगा। हालांकि यह निर्देश लंबे समयावधि के वीजा, राजनयिक वीजा अथवा आधिकारिक वीजा धारकों पर लागू नहीं होगा। चिकित्सा वीजा पर आए पाकिस्तानी नागरिकों को भी 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।
कश्मीरी विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदेश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में पढ़ रहे 1157 कश्मीरी विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर से आए विद्यार्थियों को किसी प्रकार की असुरक्षा महसूस नहीं होनी चाहिए। सभी उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को विशेष निगरानी रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।

अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब, पिता फफक-फफक कर रोए
शहीद विनय नरवाल का अंतिम संस्कार शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी अस्थि गंगा नदी में विसर्जित की गई। इस दौरान करनाल के गांव में गमगीन माहौल था। शहीद के पिता अपने बेटे की अस्थियों को विसर्जित करते समय फफक-फफक कर रो पड़े। विनय नरवाल के बलिदान से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘विनय नरवाल अमर रहें’ के नारों के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी।