नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी को वक्फ (संशोधन) विधेयक पर चल रही संयुक्त संसदीय समिति की बैठक के दौरान अमर्यादित आचरण के आरोप में एक बैठक के लिए निलंबित कर दिया गया है। बनर्जी को निलंबित करने के लिए समिति की बैठक में मतदान हुआ और नियम 374 के तहत यह कार्रवाई की गई। यह घटनाक्रम तब सामने आया जब समिति की बैठक में भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय और तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी के बीच तीखी बहस हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि बनर्जी ने गुस्से में कांच की पानी की बोतल तोड़ दी, जिससे उन्हें ही चोट पहुंची।
वक्फ संशोधन विधेयक पर गरमाई बहस
समिति की बैठक में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर चर्चा हो रही थी, जिसमें कल्याण बनर्जी अपनी बात रखने के लिए बार-बार प्रयास कर रहे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, बनर्जी ने पहले ही तीन बार बोलने के बाद एक बार फिर बोलने का प्रयास किया, जिसे भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय ने रोक दिया। इसके बाद दोनों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। बनर्जी ने गुस्से में आकर पास रखी एक कांच की बोतल मेज पर फेंक दी, जिससे बोतल टूट गई और बनर्जी को खुद चोट लग गई।
सूत्रों का कहना है कि कल्याण बनर्जी इस बहस के दौरान अत्यधिक आक्रामक हो गए थे और उन्होंने बोतल को फेंकने की कोशिश की, जिसे कुछ सदस्य समिति के चेयरमैन जगदंबिका पाल की ओर फेंकने की कोशिश के रूप में देख रहे थे। हालांकि विपक्षी सांसदों ने इस बात से इनकार किया कि बोतल अध्यक्ष की ओर फेंकी गई थी। उनका कहना था कि बोतल केवल गुस्से में मेज पर फेंकी गई थी।
निलंबन और चिकित्सा उपचार
घटना के तुरंत बाद समिति की बैठक को स्थगित करना पड़ा और बनर्जी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके हाथ में चोट के कारण चार टांके लगे हैं। इसके बाद समिति ने बनर्जी के आचरण पर चर्चा की और उन्हें आगामी एक बैठक के लिए निलंबित कर दिया गया।
बार-बार होने वाले विवाद
यह पहली बार नहीं है जब अभिजीत गंगोपाध्याय और कल्याण बनर्जी के बीच इस तरह की बहस हुई है। इससे पहले, 15 अक्टूबर को भी समिति की बैठक के दौरान दोनों के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था।
विडियो देखें:
#WATCH | Delhi: Meeting of the JPC (Joint Parliamentary Committee) on the Waqf Bill begins at the Parliament Annexe. It was halted briefly after a scuffle broke out during the meeting.
— ANI (@ANI) October 22, 2024
According to eyewitnesses to the incident, TMC MP Kalyan Banerjee picked up a glass water… pic.twitter.com/vTR7xMwOb5
वक्फ संशोधन विधेयक की पृष्ठभूमि
केंद्र सरकार ने 8 अगस्त 2024 को लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किया था। हालांकि, विधेयक पर विस्तृत चर्चा की मांग को ध्यान में रखते हुए इसे संसद की संयुक्त समिति को भेज दिया गया। वक्फ बोर्ड देश में सबसे अधिक भूमि संपत्ति रखने वाले संस्थानों में से एक है। अल्पसंख्यक मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वक्फ बोर्ड के पास 8,65,646 संपत्तियां पंजीकृत हैं, जिनमें कुल 9.4 लाख एकड़ जमीन शामिल है। इन संपत्तियों की अनुमानित कीमत लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये है।