भरतपुर, राजस्थान: राजस्थान के भरतपुर जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां भुसावर कस्बे में तैनात एक सरकारी डॉक्टर की कार में जलकर मौत हो गई। मृतक की पहचान 40 वर्षीय विनोद मीणा के रूप में हुई है, जो सवाई माधोपुर जिले के रहने वाले थे और बीते पांच वर्षों से भुसावर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जनरल फिजिशियन के पद पर कार्यरत थे।
हादसे का विवरण: डायग्नोस्टिक सेंटर से टकराई कार, दरवाजे नहीं खुल पाए
शनिवार शाम करीब 5 बजे यह हादसा उस वक्त हुआ जब डॉक्टर विनोद मीणा अपनी निजी कार से भुसावर से वियर कस्बे की ओर जा रहे थे। रास्ते में अचानक उनकी कार अनियंत्रित हो गई और सड़क के दूसरी ओर बने एक निजी डायग्नोस्टिक सेंटर से जा टकराई।

टक्कर के बाद कार दुकान के अंदर जाकर इस कदर फंस गई कि सभी दरवाजे जाम हो गए और डॉक्टर बाहर नहीं निकल पाए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार से तुरंत धुआं उठने लगा। विनोद मीणा ने कार को रिवर्स करने की कोशिश की, लेकिन वाहन पीछे की दीवार से टकरा गया जिससे कार में भीषण आग लग गई।
जलती कार में फंसे डॉक्टर, लोगों ने बचाने की की कोशिश
स्थानीय लोगों ने आग बुझाने और डॉक्टर को बाहर निकालने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि किसी की कोशिश काम नहीं आई। जब तक दमकल और पुलिस दल मौके पर पहुंचे, तब तक आग कार को पूरी तरह अपनी चपेट में ले चुकी थी।
भुसावर थाना प्रभारी नरेश कुमार ने बताया कि आग बुझाने के बाद जब कार का मुआयना किया गया, तो डॉक्टर मीणा का शव बुरी तरह झुलसा हुआ मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भुसावर के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
पीछे छूट गया बेसहारा परिवार
डॉ. विनोद मीणा अपने पीछे पत्नी और डेढ़ साल के मासूम बेटे को छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में शिक्षिका हैं। विनोद मीणा को उनके शांत और जिम्मेदार स्वभाव के लिए भुसावर में बेहद सम्मान से देखा जाता था।

प्रशासनिक बयान और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने घटना को लेकर दुर्घटना एवं अग्नि दुर्घटना का मामला दर्ज कर लिया है और डायग्नोस्टिक सेंटर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। वहीं, चिकित्सा विभाग और स्थानीय प्रशासन की ओर से मृतक के परिवार को सरकारी सहायता देने पर भी विचार किया जा रहा है।