नई दिल्ली: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में आतंकवादियों द्वारा 26 निर्दोष हिंदू तीर्थयात्रियों की निर्मम हत्या ने देशभर को झकझोर कर रख दिया। इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक और निर्णायक कदम उठाते हुए घोषणा की है कि अब भविष्य में होने वाली किसी भी आतंकी घटना को “जंग का कार्य” (Act of War) माना जाएगा।
इस नई नीति के तहत यदि पाकिस्तान की जमीन से कोई आतंकी हमला होता है, तो उसे सीधे-सीधे पाकिस्तान की सेना और सरकार द्वारा भारत पर युद्ध के तौर पर देखा जाएगा।

भारतीय सेना का कड़ा जवाब: POK में नौ ठिकानों पर बमबारी
इस हमले के प्रतिउत्तर में भारतीय सेना ने तेजी से कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ प्रमुख आतंकी ठिकानों पर बमबारी की। इन हमलों में सैकड़ों आतंकवादी मारे गए हैं। सूत्रों के अनुसार, यह हमला विशेष अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हिस्सा था, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कई शीर्ष आतंकवादियों को निशाना बनाया गया।
मारे गए आतंकियों में निम्न नाम प्रमुख हैं:
- मुदस्सर खदियान खास
- हाफिज मुहम्मद जमील
- मोहम्मद यूसुफ अजहर
भारत की सुरक्षा नीति में ऐतिहासिक बदलाव
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले को सैन्य प्रतिक्रिया के जरिए जवाब देगा। उन्होंने कहा:
“भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। जो भी देश या संगठन हमारे नागरिकों पर हमला करेगा, उसे युद्ध की संज्ञा दी जाएगी और सेना पूरी शक्ति से प्रतिउत्तर देगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत की सैन्य और खुफिया एजेंसियां हर प्रकार की आतंकी साजिश को विफल करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं।

पाकिस्तान की बौखलाहट और भारत की तैयारी
भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया है। वह लगातार LOC पर भारी गोलीबारी, सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले, और ड्रोन गतिविधियों के जरिए जवाब देने की कोशिश कर रहा है।
हालांकि भारत के पास मौजूद स्ट्रैटजिक एयर डिफेंस सिस्टम, उन्नत रडार, और सैटेलाइट निगरानी तंत्र इन हमलों को निष्क्रिय कर रहा है। भारतीय सेना ने हर मोर्चे पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुँचाया है।
भारत की सैन्य क्षमता: आंकड़ों में ताकत
- 16 लाख से अधिक सैनिक
- 5000+ टैंक और बख्तरबंद वाहन
- राफेल, सुखोई और मिग-29 जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट
- ISRO द्वारा संचालित उपग्रह आधारित निगरानी प्रणाली
- मिसाइल डिफेंस सिस्टम (S-400) की तैनाती
रक्षा विशेषज्ञों की राय
वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर का कहना है:
“भारत सरकार का यह फैसला आतंकवाद के खिलाफ ऐतिहासिक और निर्णायक कदम है। अब दुश्मन को पहले से ज्यादा डर लगेगा, क्योंकि अब भारत सिर्फ बयानबाज़ी नहीं, ठोस सैन्य कार्रवाई कर रहा है।”