नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा जाति आधारित जनगणना को आगामी जनसंख्या गणना में शामिल करने की घोषणा के बाद देशभर की राजनीति में उबाल आ गया है। इसी संदर्भ में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) ने आज शाम 4 बजे एक आपातकालीन बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। यह बैठक दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय, 24 अकबर रोड में होगी।
इस बैठक में दो प्रमुख मुद्दों — पहलगाम आतंकी हमला और जाति जनगणना से उत्पन्न होने वाले सामाजिक-राजनीतिक प्रभावों — पर गहन चर्चा की जाएगी।

जयराम रमेश का बयान
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि “देश इन दिनों दो अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दों का सामना कर रहा है। एक ओर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा आतंकी हमला है, दूसरी ओर सामाजिक न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम – जाति जनगणना का निर्णय।”
संविधान संशोधन और आरक्षण सीमा हटाने की मांग संभव:
सूत्रों के मुताबिक, CWC बैठक में संविधान में संशोधन कर आरक्षण की 50% सीमा हटाने की मांग पर प्रस्ताव पारित हो सकता है। इसके साथ ही अनुच्छेद 15(5) को पूरी तरह लागू करने का आग्रह भी शामिल हो सकता है, जिससे निजी शैक्षणिक संस्थानों में भी आरक्षण सुनिश्चित हो सके।
कांग्रेस यह भी चाहती है कि केंद्र सरकार जाति जनगणना के लिए स्पष्ट समयसीमा तय करे और इसके लिए अनुदान और बजट निर्धारित किया जाए।
पहलगाम आतंकी हमला: जवाबदेही और जवाब की मांग
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले में 28 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इस घटना को लेकर कांग्रेस सख्त रुख अपना सकती है। सीडब्ल्यूसी संभवतः पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के विरुद्ध ठोस और निर्णायक कार्रवाई की मांग वाला प्रस्ताव पारित करेगी।

राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दो टूक कहा कि “हमले के दोषियों को सज़ा मिलनी चाहिए और प्रधानमंत्री को कड़ा एक्शन लेना चाहिए।”
जाति जनगणना को लेकर राहुल गांधी ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि “11 वर्षों की कांग्रेस की मांग और संघर्ष आखिरकार रंग लाया। लेकिन यह तभी सार्थक होगा जब कार्य योजना और समयसीमा तय की जाए।”