नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद शुक्रवार शाम को तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति मामला के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 1 जून तक अंतरिम जमानत दी है।
केजरीवाल को रिसीव करने दर्जनों विधायक जेल के बाहर पहुंचे थे। सभी नेता गेट नंबर 1 पर रुके थे, लेकिन केजरीवाल का काफिला गेट नंबर 4 से बाहर निकला। केजरीवाल एक काली गाड़ी से बाहर आए और उसमें आम आदमी पार्टी के संगठन महामंत्री संदीप पाठक और केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद थी।
तिहाड़ जेल के बाहर उनका स्वागत किया। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाते हुए मिठाइयां बांटीं। वे उनकी रिहाई को उत्साह से स्वागत करते हुए खुश नजर आए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली में अपने समर्थकों के सामने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें बाहर आने की इस कठिन चुनौती को उन्होंने हनुमान जी की कृपा और लोगों के प्यार और उनके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।
उन्होंने शनिवार को हनुमान मंदिर जाने का ऐलान किया है। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों को धन्यवाद दिया जिन्होंने उन्हें अंतरिम जमानत दी।
केजरीवाल ने कहा, “हमें देश को तानाशाही से बचाना है और मैं अपनी पूरी ताकत से इस लड़ाई में शामिल होने का वादा करता हूं। लेकिन मुझे 140 करोड़ लोगों का समर्थन चाहिए।”
सीएम केजरीवाल की रिहाई आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली में होने जा रहे चुनाव से पहले बूस्टर का काम करेगी। इससे आप के चुनाव प्रचार में तेजी आने की उम्मीद है। इससे आप के ‘जेल का जवाब वोट से’ अभियान को भी मजबूती मिलने के आसार हैं। हालांकि सीएम केजरीवाल के 2 जून को सरेंडर करने के आदेश दिए गए हैं क्योंकि 1 जून को मतदान का आखिरी चरण समाप्त होने वाला है। केजरीवाल के वकील अभिषेक सिंघवी ने 4 जून तक का समय मांगा था जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। केजरीवाल की रिहाई चुनाव प्रचार के संबंध में हो रही है।