नई दिल्ली: कथित शराब घाटोले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) शुक्रवार को अदालत में चार्जशीट दायर करने जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय जांच एजेंसी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आरोपी बनाने जा रही है।
केजरीवाल के खिलाफ भी चार्जशीट
जांच एजेंसी इस मामले में आज चार्जशीट दाखिल करेगी। बता दें, ई़डी कोर्ट को कई बार बता चुकी है कि दिल्ली शराब घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता सीएम केजरीवाल ही हैं।
दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने शराब घोटाले को लेकर कई बड़े दावे किए थे। ईडी ने कहा था कि अरविंद केजरीवाल नई आबकारी नीति मामले में मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर शामिल रहे हैं और इसके जरिए रिश्वत ली गई थी। रिश्वत के पैसे का इस्तेमाल गोवा चुनाव में भी किया गया था। कोर्ट में एएसजी ने दलील दी थी कि केजरीवाल आबकारी नीति बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही AAP को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं, केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने जा रही है। अगर सुनवाई दिनभर चलती रही तो फिर चार्जशीट शनिवार को दाखिल कर दी जाएगी। दूसरी आरोपी के कविता की जमानत पर दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई होगी। जबकि तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की एमएलसी बेटी कविता को 15 मार्च को हैदराबाद से हिरासत में लिया था। 6 मई को ट्रायल कोर्ट ने के कविता की जमानत अर्जी नामंजूर कर दी थी।
ED ने 5 साल के चुनावों का ब्योरा दिया
एजेंसी का कहना है कि राजनेताओं ने न्यायिक हिरासत में चुनाव लड़ा है और कुछ ने जीत भी हासिल की है, लेकिन उन्हें इस आधार पर कभी अंतरिम जमानत नहीं दी गई। अपने 44 पेज के हलफनामे में ईडी ने एक चार्ट के जरिए 5 साल के चुनावों का ब्योरा दिया। इसमें ईडी ने बताया कि अब तक जेल से चुनाव लड़ने वाले किसी भी नेता को प्रचार के लिए अंतरिम जमानत नहीं दी गई। ईडी ने अपने हलफनामे में कहा कि पिछले 5 साल में देशभर में 123 चुनाव हुए। अगर चुनाव में प्रचार के आधार पर नेताओं को जमानत दी जाने लगी तो ना तो कभी किसी नेता को गिरफ्तार किया जा सकेगा और ना ही उसे न्यायिक हिरासत में भेजा जा सकेगा। क्योंकि देश में हमेशा कोई न कोई चुनाव होता रहता है। फिलहाल ईडी की दलीलें केजरीवाल की परेशानी बढ़ा सकती हैं।