Thursday, November 21, 2024
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सुप्रीम कोर्ट का यूट्यूब चैनल हैक, क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा देने वाले दिखे वीडियो, यूट्यूब ने चैनल किया बंद

नई दिल्ली, 20 सितंबर 2024: भारत के सर्वोच्च न्यायालय का आधिकारिक यूट्यूब चैनल शुक्रवार को साइबर हमले का शिकार हो गया। हैकर्स ने चैनल का नियंत्रण हासिल कर लिया और उस पर क्रिप्टोकरेंसी को प्रमोट करने वाले वीडियो पोस्ट कर दिए। यूट्यूब चैनल पर यूएस-आधारित क्रिप्टोकरेंसी ‘XRP’ का प्रचार करने वाला वीडियो दिख रहा था, जिसे ‘रिपल लैब्स’ द्वारा विकसित किया गया है। चैनल पर “ब्रेड गार्लिंगहाउस: रिपल ने SEC के $2 बिलियन जुर्माने पर प्रतिक्रिया दी! XRP मूल्य भविष्यवाणी” शीर्षक वाला एक वीडियो लाइव था, जो पूरी तरह से खाली था।

चैनल का नाम बदला और पुराने वीडियो को प्राइवेट किया गया

हैकर्स ने सुप्रीम कोर्ट के यूट्यूब चैनल का नाम बदल दिया और पहले की सुनवाई के सभी वीडियो प्राइवेट कर दिए। इस घटना के तुरंत बाद, यूट्यूब ने अपनी कम्युनिटी गाइडलाइन वॉयलेशन के आधार पर चैनल को हटा दिया। गौरतलब है कि इस चैनल के माध्यम से संविधान पीठ और जनहित से जुड़े मामलों की सुनवाई की लाइव स्ट्रीमिंग की जाती है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज, रेप और हत्या जैसे संवेदनशील मामलों की सुनवाई का सीधा प्रसारण इसी चैनल पर किया था।

IT टीम ने मांगी NIC की मदद

सुप्रीम कोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यूट्यूब चैनल पर आई समस्या का पता शुक्रवार सुबह लगा। IT टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) से मदद मांगी। अधिकारी ने कहा, “हम अभी तक पूरी तरह सुनिश्चित नहीं हैं कि क्या हुआ है, लेकिन यह साफ है कि चैनल के साथ छेड़छाड़ की गई है।”

रिपल ने यूट्यूब पर मुकदमा दायर किया था

रिपल, जिसका नाम इस हैकिंग घटना से जुड़ा है, ने पहले ही यूट्यूब पर मुकदमा दायर किया था। कंपनी ने यूट्यूब पर आरोप लगाया था कि वह उनके CEO ब्रेड गार्लिंगहाउस के फर्जी अकाउंट बनाने से हैकर्स को रोकने में विफल रही है। इस मुकदमे में यूट्यूब पर हैकर्स को प्लेटफॉर्म पर बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया गया था।

पहली बार 2022 में हुई थी सुप्रीम कोर्ट की लाइव स्ट्रीमिंग

27 सितंबर 2022 को सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही पहली बार यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम की गई थी। तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश (CJI) यूयू ललित के नेतृत्व में हुई बैठक में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि संविधान पीठों की सुनवाई को लाइव प्रसारित किया जाएगा। इस निर्णय के तहत कोर्ट ने 2018 में यह नियम बनाया था कि संविधान से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई जनता के सामने लाइव होगी। इसके तहत, 27 सितंबर 2022 को पूर्व CJI एनवी रमना ने अपने रिटायरमेंट वाले दिन पांच महत्वपूर्ण मामलों में फैसला सुनाते हुए लाइव स्ट्रीमिंग का हिस्सा बने थे।

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