सिंघाना: सिंघानिया विश्वविद्यालय, पचैरी बड़ी परिसर में शनिवार को प्रधानाचार्यों का एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित हुआ। इस आयोजन में शिक्षा के आधुनिक स्वरूप, डिजिटल तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रयोग जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। सम्मेलन के मुख्य वक्ता अतुल निश्चल रहे, जो EDXSO और ICSL के संस्थापक हैं। उन्होंने WiNN-Centric Education Model की विशेषताओं को रेखांकित करते हुए बताया कि यह मॉडल छात्रों में विवेक, नैतिकता, भावनात्मक समझ और रचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करता है, जो उन्हें 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करता है।
उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के माध्यम से शिक्षा अधिक व्यक्तिगत, विश्लेषणात्मक और समाधान आधारित बन रही है, जो शिक्षण की पारंपरिक पद्धति में परिवर्तन ला रही है। इसके बाद सम्मेलन को संबोधित करते हुए दिलीप मोदी ने AI की समयानुकूल भूमिका पर प्रकाश डाला और विश्वविद्यालय की इस पहल को आधुनिक भारत के लिए प्रेरणादायी बताया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मेलन में वेद पाल (मुख्य खंड अधिकारी, बुहाना) और नीलिमा यादव (मुख्य खंड अधिकारी, सिंघाना) उपस्थित रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन संभव हैं।
प्रसिद्ध प्रेरक वक्ता राजन शर्मा ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि AI न केवल शिक्षा को सशक्त बना रहा है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को नवाचार और आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित कर रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज कुमार (सेवानिवृत्त आईएएस व विश्वविद्यालय अध्यक्ष) ने की। उन्होंने सिंघानिया विश्वविद्यालय के संस्थापक डी.सी. सिंघानिया के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।

सम्मेलन के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में उपलब्ध आधुनिक सुविधाओं जैसे डिजिटल पुस्तकालय, ओपन-जिम, AI आधारित डेटा संसाधन और खेल परिसर का भी उल्लेख किया गया, जो छात्रों के लिए निःशुल्क उपलब्ध हैं।
कार्यक्रम का संचालन सरिता तिवारी और राष्ट्रीय युवा आइकॉन पुरस्कार विजेता विजय हिंद जामलपुरिया ने ऊर्जावान अंदाज में किया। समापन पर विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष एवं कैम्पस निदेशक पी.एस. जस्सल ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के नवाचारपूर्ण आयोजन भविष्य में भी जारी रहेंगे।

समारोह के अंत में सभी विशिष्ट अतिथियों को स्मृति-चिह्न और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी जैसे सुनील कुमार सोबती (मुख्य वित्त अधिकारी), मोहम्मद इमरान हाशमी (रजिस्ट्रार), पवन त्रिपाठी (प्रो-वाइस चांसलर), मोनिका सैनी (जनसंपर्क अधिकारी), विजेंद्र शर्मा (एडमिन डायरेक्टर), संजीव ग्रोवर (OSD) और मानव सहित अन्य शिक्षा व गैर-शिक्षा क्षेत्र से जुड़े गणमान्यजन उपस्थित रहे।