भोपाल, मध्य प्रदेश: मध्यप्रदेश में आगामी सोमवार और मंगलवार को प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआइएस) का आयोजन किया जा रहा है। यह समिट मध्यप्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, जिसमें 300 से अधिक शीर्ष उद्योगपतियों, एमडी, और सीईओ का प्रतिनिधित्व किया जाएगा। समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। इस दौरान, 18 हजार से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थिति के साथ समिट का आयोजन किया जाएगा, जिनमें 50 से अधिक देशों के 133 अंतरराष्ट्रीय डेलिगेट्स भी शामिल हैं।
समिट का उद्देश्य और भागीदारी
समिट का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश में निवेश को बढ़ावा देना और राज्य में रोजगार के अवसरों में इजाफा करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समिट का उद्घाटन सोमवार को सुबह 10 बजे करेंगे और 11:15 बजे तक कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे। इस समिट में प्रमुख उद्योगपतियों के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री और केंद्र सरकार के अधिकारी भी अपनी बात रखेंगे।
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प्रदेश की विकास यात्रा में अहम कदम
मध्यप्रदेश में पहले सात इन्वेस्टर्स समिट हो चुकी हैं, जिनमें सबसे हालिया समिट 2023 में इंदौर में आयोजित की गई थी। यह समिट भोपाल में पहली बार हो रही है, और इसके उद्घाटनकर्ता के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन विशेष महत्व रखता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समिट की तैयारी के लिए पिछले वर्ष ही रीजनल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत की थी और विभिन्न शहरों में निवेशकों के साथ बैठकें की थीं।
निवेशकों के लिए अनुकूल नीतियां
राज्य सरकार ने निवेशकों के लिए कई नीतियों का निर्माण किया है, जिनका उद्देश्य निवेश को आकर्षित करना और उद्योगों के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार करना है। इनमें औद्योगिक, खाद्य, निर्यात, एमएसएमई, स्टार्ट-अप्स, जीसीसी, सेमी-कंडक्टर, ड्रोन, पर्यटन, फिल्म निर्माण आदि से संबंधित नीतियां शामिल हैं। इन नीतियों के जरिए निवेशकों को अनुदान और अन्य लाभ प्रदान किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन नीतियों को समिट के दौरान जारी करेंगे, और इससे निवेशकों को न केवल निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, बल्कि प्रदेश के उद्योगों में नए अवसर भी पैदा होंगे।
समिट के दौरान आयोजित होने वाले सत्र
समिट में विभिन्न क्षेत्रों में विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें फार्मा, कौशल विकास, रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, ग्रीन एनर्जी, को-आपरेटिव, और स्टार्टअप्स से संबंधित सत्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पार्टनर कंट्री सत्र में ग्लोबल साउथ, जापान, जर्मनी, कनाडा और पोलैंड के साथ अलग-अलग सत्र होंगे।
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प्रदेश की प्रमुख ताकत और आकर्षण
मध्यप्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए कई महत्वपूर्ण संसाधन और अवसर मौजूद हैं। प्रदेश में 43,000 एकड़ का लैंड बैंक है, साथ ही 123 औद्योगिक क्षेत्र और 13 औद्योगिक पार्क भी हैं। प्रदेश सौर ऊर्जा के उत्पादन में सबसे अग्रणी है और कपास का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य भी है।
प्रतिभागी और उद्योगपति
इस समिट में देश-विदेश से प्रमुख उद्योगपति और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इनमें अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी, आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, गोदरेज समूह के नादिर गोदरेज, आइटीसी लिमिटेड के सीएमडी संजीव पुरी, दावत फूड्स के एमडी अश्विनी अरोड़ा, जेके टायर के सीएमडी रघुपति सिंघानिया, वेल्सपेन वर्ल्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण गोयनका, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज के एमडी सतीश पई, ग्रासिम इंडस्ट्री के एमडी एमके अग्रवाल, अल्ट्राटेक सीमेंट के एमडी कैलाश झावर और जेके सीमेंट के एमडी राघवपत सिंघानिया प्रमुख रूप से शामिल होंगे।