भारत Vs ऑस्ट्रेलिया: भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट में छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा, जिससे टीम ने 10 वर्षों में पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) खो दी। इस हार के साथ ही भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल में जगह बनाने से चूक गई। अब WTC के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीमें आमने-सामने होंगी।
बुमराह बने प्लेयर ऑफ द सीरीज, बल्लेबाजों ने किया निराश
भारतीय टीम ने सीरीज की शुरुआत पर्थ में शानदार जीत के साथ की थी, लेकिन इसके बाद प्रदर्शन में गिरावट आ गई। एडिलेड में भारत को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। ब्रिस्बेन टेस्ट ड्रॉ रहा, जबकि मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया ने 184 रनों से जीत दर्ज की। सिडनी टेस्ट में भी भारत का संघर्ष जारी रहा, जहां टीम 162 रनों का बचाव नहीं कर पाई।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इस सीरीज में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। उन्होंने 9 पारियों में 13.06 की औसत से 32 विकेट लिए, जो ऑस्ट्रेलिया में किसी भी भारतीय गेंदबाज द्वारा एक सीरीज में सर्वाधिक हैं। बुमराह ने बल्ले से भी 42 रन बनाए, जो रोहित शर्मा के कुल स्कोर से अधिक रहे। पर्थ में बुमराह ने कप्तानी करते हुए टीम को जीत दिलाई, जबकि सिडनी में चोटिल होने के बावजूद उन्होंने नेतृत्व किया।
बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन बना हार की वजह
जहां बुमराह ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया, वहीं भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया। यशस्वी जायसवाल को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज 40 की औसत तक नहीं पहुंच सका। यशस्वी ने 10 पारियों में 43.44 की औसत से 391 रन बनाए, जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल रहे। हालांकि, शेष सात पारियों में वे भी बड़ा योगदान नहीं दे पाए।
कप्तान रोहित शर्मा का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। उन्होंने पांच पारियों में केवल 31 रन बनाए, औसत 6.20 रही। खराब फॉर्म के कारण उन्होंने सिडनी टेस्ट में नहीं खेलने का निर्णय लिया। उनकी जगह शुभमन गिल को मौका दिया गया, जिन्होंने पांच पारियों में 18.60 की औसत से केवल 93 रन बनाए।
विराट कोहली ने पर्थ में शतक लगाया था, लेकिन उसके बाद वे भी फॉर्म में नहीं लौट सके। उन्होंने 10 पारियों में 23.75 की औसत से 190 रन बनाए। केएल राहुल ने शुरुआत में उम्मीदें जगाईं, लेकिन बाद में वे भी फीके पड़ गए। उन्होंने 30.66 की औसत से 276 रन बनाए।
नई प्रतिभाओं से उम्मीदें
डेब्यू सीरीज खेल रहे नीतीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न में शतक लगाया और 37.25 की औसत से 298 रन बनाए। हालांकि, अंतिम तीन पारियों में वे भी असफल रहे। विकेटकीपर ऋषभ पंत ने कुछ अच्छी शुरुआत की, लेकिन उन्हें बड़े स्कोर में बदलने में असफल रहे।
गेंदबाजों को नहीं मिला समर्थन
बुमराह को गेंदबाजी में अपेक्षित सहयोग नहीं मिला। मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन अस्थिर रहा, जबकि आकाश दीप, हर्षित राणा, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर भी अधिक प्रभावी नहीं हो सके। जडेजा ने पांच पारियों में 135 रन बनाए और सुंदर ने छह पारियों में 114 रन जोड़े।
सिडनी में भारतीय टीम का प्रदर्शन
सिडनी टेस्ट में भारत ने निम्नलिखित प्लेइंग-11 उतारी: यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), नीतीश कुमार रेड्डी, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, प्रसिद्ध कृष्णा, जसप्रीत बुमराह (कप्तान) और मोहम्मद सिराज। ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग-11 में सैम कोंस्टास, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, ब्यू वेबस्टर, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क, नाथन लायन और स्कॉट बोलैंड शामिल थे।
सिडनी में भारत का रिकॉर्ड
भारत ने सिडनी में अब तक कुल 14 टेस्ट खेले हैं, जिसमें से एक में जीत, छह में हार और सात ड्रॉ रहे।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: टेस्ट सीरीज हेड-टू-हेड
दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 29 टेस्ट सीरीज खेली गई हैं, जिनमें भारत ने 11 और ऑस्ट्रेलिया ने 13 सीरीज जीती हैं, जबकि पांच सीरीज ड्रॉ रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया में भारत का टेस्ट रिकॉर्ड
ऑस्ट्रेलिया में भारत ने 14 टेस्ट सीरीज खेली हैं, जिनमें से दो में जीत और नौ में हार मिली है, जबकि तीन सीरीज ड्रॉ रही हैं।