फ्रांस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर फ्रांस पहुंच चुके हैं। एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जहां उनका स्वागत बड़ी धूमधाम से किया गया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत और फ्रांस के द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करना और कई अहम मुद्दों पर चर्चा करना है।
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प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच अहम बैठकें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच द्विपक्षीय वार्ता का आयोजन किया जाएगा। इस वार्ता में दोनों देशों के रिश्तों से जुड़े महत्वपूर्ण समझौतों पर चर्चा और निर्णय लिया जाएगा। विशेष रूप से, फ्रांस से भारत के लिए नए युद्धक विमानों की खरीद और फ्रांस के सहयोग से भारत में छोटे परमाणु ऊर्जा रिएक्टर स्थापित करने पर बातचीत की जाएगी।
यह वार्ता दोनों देशों के रक्षा, ऊर्जा और तकनीकी सहयोग को नई दिशा दे सकती है, और इन मुद्दों पर होने वाली चर्चा बहुत अहम मानी जा रही है। इस बीच, मोदी और मैक्रों के बीच एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) नियमन पर भी महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है, जो एआई के क्षेत्र में वैश्विक सहयोग और विकास को लेकर नई दिशा निर्धारित कर सकती है।
एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता
प्रधानमंत्री मोदी 11 जनवरी को फ्रांस में होने वाली एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे, जिसमें दुनिया भर के 100 देशों की प्रमुख हस्तियों के भाग लेने की संभावना है। यह समिट, जहां एआई के वैश्विक नियमन और विकास के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान और श्रद्धांजलि
अपने दौरे के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वितीय और प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए मजारग्यूज युद्ध समाधि स्थल पर जाएंगे। यह स्थल फ्रांस और भारत के बीच ऐतिहासिक और सामरिक रिश्तों का प्रतीक है। इसके साथ ही, पीएम मोदी मार्सिले में फ्रांस के पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन भी करेंगे, जो भारतीय समुदाय और व्यापार के दृष्टिकोण से अहम कदम साबित होगा।
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भारत और फ्रांस के सामरिक रिश्ते
भारत और फ्रांस ने पिछले कुछ समय में ऑस्ट्रेलिया, यूएई और इंडोनेशिया के साथ तीन अलग-अलग त्रिपक्षीय संगठन स्थापित किए हैं। यह संगठन दोनों देशों के सामरिक और व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच इस दौरान होने वाली वार्ता भारत और फ्रांस के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी का परिचायक बनेगी।
आगामी यात्रा और भविष्य की योजनाएं
फ्रांस से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के लिए रवाना होंगे, जहां वह विभिन्न मुद्दों पर अपनी यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल होंगे। यह दौरा भारत के वैश्विक रिश्तों में अहम कदम साबित हो सकता है, जो न केवल भारत की सुरक्षा, ऊर्जा, और तकनीकी विकास को बल देगा, बल्कि दुनिया भर में भारत की स्थिति को भी मजबूती से स्थापित करेगा।