नोएडा, उत्तर प्रदेश: नोएडा पुलिस ने एक बड़े ई-कॉमर्स ठगी गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह देशभर के विक्रेताओं को लाखों रुपये का चूना लगा रहा था। पुलिस ने इस मामले में 5 महिलाओं समेत कुल 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से बड़ी संख्या में कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य उपकरण बरामद हुए हैं।
कैसे चल रहा था खेल?
यह गिरोह नामी ई-कॉमर्स कंपनियों जैसे नायका, ईबे, मिंत्रा और ईटीएसवाई के नाम पर फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करता था। इन सर्टिफिकेटों का इस्तेमाल कर वे विक्रेताओं को यह विश्वास दिलाते थे कि वे इन कंपनियों द्वारा अधिकृत हैं और विक्रेताओं के उत्पादों को इन प्लेटफॉर्म पर बेचने में मदद करेंगे।
विक्रेताओं से सेवा शुल्क के नाम पर बड़ी रकम ली जाती थी और बदले में उन्हें कुछ नहीं दिया जाता था। गिरोह के सदस्य ज्यादातर उन विक्रेताओं को निशाना बनाते थे जो दूसरे राज्यों के रहने वाले थे ताकि वे आसानी से शिकायत न कर सकें।
पुलिस की कार्रवाई
नोएडा पुलिस को जब इस मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस ने इन्फोबीम सॉल्यूशन्स नाम की एक कंपनी पर छापा मारा, जहां यह गिरोह सक्रिय था। कंपनी के दफ्तर से फर्जी सर्टिफिकेट, कंप्यूटर, लैपटॉप और अन्य उपकरण बरामद हुए।
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से विक्रेताओं से संपर्क करते थे और उन्हें अपने जाल में फंसाते थे। पुलिस ने इस मामले में कई विक्रेताओं से पूछताछ की है और उनका बयान दर्ज किया है।
क्या कहा अधिकारी ने
डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि यह गिरोह पिछले कुछ समय से सक्रिय था और कई विक्रेताओं को ठग चुका है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
ई-कॉमर्स धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे
यह मामला ई-कॉमर्स धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करता है। आजकल कई लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं और ऐसे में धोखेबाजों के लिए ठगना आसान हो गया है। इस मामले से सतर्क रहने और किसी भी अनजान व्यक्ति या कंपनी को पैसे देने से पहले अच्छी तरह से जांच करने की जरूरत है।